-मंदिर परिसर की माटी व ईंट को माथे पर लगाया
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण निकट से देखना हर किसी की चाहत हो गई है। इसीलिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर निर्माण को दिखाने के लिए हर एक वर्ग को आमंत्रित कर रहा है। पत्रकारों, साधु-संतों व गुरुकुल के विद्यार्थियों के बाद व्यापारियों को मंदिर निर्माण दिखाने के लिए ट्रस्ट की ओर से निमंत्रण भेजा गया था।
रविवार को बड़ी संख्या में जन्मभूमि स्थल पर पहुंचकर व्यापारियों ने मंदिर निर्माण देखा। इससे पहले व्यापारियों ने एक साथ जाकर रामलला का दर्शन-पूजन किया। मंदिर परिसर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय व नगर के प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने सभी का बारी-बारी से स्वागत किया। इसके बाद रामनामी ओढ़ा प्रसाद भेंट किया। सभी भव्य मंदिर निर्मित होते देख श्रद्धाभाव से ओतप्रोत हो गए। बार-बार जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहे। मंदिर परिसर की माटी व ईंट को माथे पर लगाया। गर्भगृह सहित पूरे निर्माणाधीन परिसर को सभी ने घूम-घूमकर देखा।
बाद में यह दल हनुमानगढ़ी का दर्शन पूजन भी करने गया। सभी ने भव्य मंदिर निर्माण देखने को अपना भाग्य बताया। ट्रस्ट के कार्य को भी सराहा।इस दल में प्रमुख रूप से व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष अतुल सिंह, महामंत्री अरुण अग्रवाल, नगर अध्यक्ष पंकज गुप्ता, महामंत्री नंदलाल गुप्ता, ज्ञान केसरवानी, नपा पूर्व चेयरमैन राधेश्याम गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष बालकृष्ण वैश्य, विनोद श्रीवास्तव, तरुण मित्तल, शक्ति जायसवाल, विकास गुप्ता, जानकी महल के पुजारी पंकज मिश्र, विश्व प्रकाश रूपम, कमल कौशल, वंदना अग्रवाल, अचल गुप्ता, डॉ. अवधेश वर्मा, विनोद पाठक आदि शामिल रहे।
राम मंदिर पर सोमवार से पड़ेगी छत
-रामलला के भव्य मन्दिर पर छत डालने का काम सोमवार से शुरू कर दिया जाएगा वहीं रामलला की अचल मूर्ति बनाये जाने की भी तैयारी पूरी हो चुकी है। 8 अप्रैल को 5 वर्षीय भगवान रामलला की खड़ी मूर्ति के स्वरूप और जिन पत्थरों से मूर्ति निर्मित होनी है उस पर निर्णय लिया जाएगा।
राम मंदिर निर्माण समिति की तरफ से दावा किया गया है कि 31 मार्च तक गर्भगृह सहित मंडपों को तैयार करने के लिए दीवारों और पीलर को खड़ा करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब उस पर छत लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 5 वर्षीय भगवान रामलला की खड़ी मूर्ति होगी। बालस्वरूप रामलला के हाथ में तीर धनुष भी होगा। रामलला के चित्र को देश के मशहूर चित्रकार तैयार कर रहे हैं। आगामी 8 अप्रैल को रामलला की मूर्ति कैसे होगी और किन पत्थरों में रामलला दिखाई देंगे, इसका निर्णय लिया जाएगा।