-रामनगरी में सड़क चौड़ीकरण से टूट रहे दुकान व मकान
अयोध्या। रामनगरी के भीतर फोरलेन, टू लेन और सड़क चौड़ीकरण से सैकड़ों दुकान व मकान गिराए जाने है। जिसका सीधा प्रभाव व्यवसाय पर पड़ने से दुकानदार तोड़ने के पहले विस्थापन की मांग को लेकर आंदोलित हैं। इसी क्रम में बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति को पत्र भेजकर सामूहिक इच्छा-मृत्यु दिये जाने की मांग की है।
भेजे गए पत्र में कहा है कि हम व्यापारी गण राम नगरी अयोध्या के निवासी हैं। पुश्तों से शहर में रहकर व्यापार के माध्यम से परिवार का भरणपोषण करते चले आ रहे हैं।श्रीराम जन्मभूमि प्रकरण में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद सरकार अयोध्या धाम के विस्तारीकरण व नवीनीकरण के लिए कार्य योजना बनाया जिसका हम सब स्वागत करते हैं। परंतु उक्त परियोजना में अयोध्या धाम के नयाघाट से लेकर फैजाबाद शहर के सहादतगंज तक सड़क के दोनों पटरियों पर व हनुमानगढ़ी से श्री रामजन्मभूमि तक चौड़ीकरण का कार्य होना है। जिससे हजारों व्यापारी व उनका परिवार विस्थापित होने की स्थिति में हैं। प्रदेश की सरकार ने वादा किया था सभी दुकानदारों को स्थाई रूप से समायोजित करने के उपरांत ही सड़क का चौड़ीकरण होगा और उचित मुआवजा दिया जायेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। प्रदेश सरकार हम सभी व्यापारियों का दमन करने पर अमादा है।ऐसी परिस्थिति में हम सभी के पास अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लेने से अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
हम व्यापारी लोगों की समस्या का निराकरण कराने की कृपा करें अन्यथा हम सभी को सामूहिक रूप से इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करने की कृपा करें। पत्र याचना में नन्द कुमार गुप्ता, विजय साहू, बृजकिशोर पाडेय, शक्ति जायसवाल, विजय यादव, कमलेश प्रजापति, कलावती, सुशीला, मीरा, किरन देवी, मिथिलेश, सोनू साहू, सोम नाथ, मीरा देवी, मंजू, चन्दा देवी, माता प्रसाद, अनीता, मो जफर सिद्दकी, शैलेंद्र मोदनवाल, अमित मोदनवाल, राम नाथ, सुरेश सोनकर, गीता सिह, बिटटन मिश्रा माया देवी आदि सैकड़ो लोग शामिल रहे।