-अयोध्या धाम में प्रस्तावित टू लेन व फोरलेन सड़कों से उजड़ेंगे व्यापारी
अयोध्या। रामनगरी के सुंदरीकरण को अनेकों योजनाएं प्रस्तावित हैं। जिसमें टू-लेन व फोरलेन सड़कों से हजारों व्यापारियों को उजड़ना। पड़ेगा। भूमि अधिग्रहण आदि की प्रक्रिया शुरू है। ऐसे में दुकानदारों को दुकान के बदले दुकान देकर स्थापित कराया जाए। यह मांग अयोध्या धाम के व्यापारियों ने मंडलायुक्त को मांगपत्र देकर की है।
कहा है कि अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है। एवं अयोध्या के चतुर्मुखी विकास के लिए शासन प्रशासन द्वारा आये दिन योजना बनाते हुए उसका क्रियान्वयन कराया जा रहा है। शहर में प्रस्तावित फोर लेन/टू लेन के निर्माण से जहां एक तरफ मठ मंदिरों के मुख्य द्वार टूटने से उसकी नवैयत (पौराणिकता नष्ट हो रही है)परिवर्तित हो रही है,वहीं दूसरी ओर शहर की प्राचीनता नष्ट होने से अयोध्या धाम विश्व धरोहर की सूची से बाहर होने की स्थिति में आ रहा है। साथ ही हम व्यापारी जो पीढ़ियों से दुकान/व्यवसाय कर परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। उजड़ने का खतरा बनता चला जा रहा है। इसी गम में कई व्यापारियों के दम भी टूट चुके हैं।
शासन के समक्ष अपनी मांगों को उठाते हुए समन्वय बैठक बुलाए जाने की मांग भी की जाती रही है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही ना होने की स्थिति में हम व्यापारी ज्ञापन देने को मजबूर हैं। ऐसे में शहर में प्रस्तावित फोरलेन/टू लेन सड़क चौड़ीकरण के बावत ली जा रही जमीनों/दुकानों/घरों आदि को भूमि अर्जन/पुनर्वासन पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकार और “पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013“के तहत अधिग्रहण किया जाए। दुकान के बदले दुकान और यदि जगह हो तो दुकान के पीछे ही अतिरिक्त जमीन लेकर उसमें समायोजित किया जाए। जन्मभूमि से सुग्रीव किला होते हुए बिरला धर्मशाला मंदिर के सामने नया दर्शन मार्ग बन रहा है, उसके दोनों पटरियो पर दुकानें बनवा कर विस्थापित दुकानदारों को प्राथमिकता के आधार पर समायोजित किया जाए। जितने भी दुकानदार पूर्ण या आंशिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं उन्हें कम से कम एक माह की पूर्व लिखित सूचना देकर ही विस्थापित किया जाए। सभी दुकानदारों/घरों आदि की लिस्ट जारी की जाए वह सहमति हेतु गलत तरीके से दबाव ना बनाया जाए वा विस्थापितों को नए भूमि अधिग्रहण कानून (2013) के तहत मुआवजा आदि प्रदान किया जाए। आपसे सहयोग प्राप्त होने पर हर प्रकार से अयोध्या के विकास में सहयोग करने को तैयार हैं वा सदैव तैयार रहेंगे। ञापन देने वालो मे नन्द कुमार गुप्ता, शक्ति जायसवाल, संतोष मोदनवाल, राम नरायन मौर्या, चेतन गुप्ता,अंकित श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।