प्रशिक्षण शिविर के छठें दिन छात्रों को नेतृत्व क्षमता का प्रशिक्षण दिया गया
अयोध्या। नेतृत्व की क्षमता रखने वाले व्यक्ति को चरित्रवान एवं अनुशासन प्रिय होना चाहिए। तभी वे समाज के लिए लिए आदर्श बन सकते है। उक्त बातें जिला विद्यालयीय क्रीड़ा समिति अयोध्या के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा, खेल एवं योग विज्ञान संस्थान के शारीरिक शिक्षा विभाग में चल रहे सात दिवसीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर के छठें दिन आज 20 मार्च, 2021 को मुख्य वक्ता के रूप में कहीं। उन्होंने छात्रों को बताया कि किसी भी कार्य को करने से पहले सोचने की जरूरत है। इसके उपरांत कठिन से कठिन लक्ष्य को कुशल नेतृत्व से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी क्षेत्र में कार्य करते समय व्यक्ति को कभी-कभी समूह का नेतृत्व करना होता है। इसी नेतृत्व क्षमता के कारण ही वह प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। शिविर में अन्य वक्ता के रूप में डॉ0 भीमराव अंबेडकर राज्य विद्यालय क्रीड़ा संस्थान अयोध्या के अधीक्षक नरेन्द्र पाल ने कहा कि नेतृत्वकर्ता में स्पष्टता, निडरता एवं ईमानदारी होनी चाहिए। इसके होने से समूह का नेतृत्व कर सकता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि किसी भी कार्य की सफलता आपके परिश्रम पर निर्भर करती है। इसलिए नेतृत्वकर्ता में विषय की पर्याप्त जानकारी होनी जरूरी हैं। इसके अभाव में नेतृत्व नही कर पायेगा। प्रशिक्षण शिविर के संयोजक डॉ0 अर्जुन सिंह ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत संस्थान के डॉ0 कपिल राणा एवं डॉ0 अनुराग पांडे द्वारा किया गया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन स्वाति उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर डॉ0 त्रिलोकी यादव, डॉ0 प्रतिभा त्रिपाठी, मोहिनी पांडे सहित बीपीएड के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।