-रौनाही थाना क्षेत्र निवासी कचहरी का मुंशी गिरफ्तार
अयोध्या। जनपद की नगर कोतवाली पुलिस ने कचहरी को बम से उड़ाने की चिट्ठी भेज खलबली मचाने के आरोप में रौनाही थाना क्षेत्र निवासी एक शख्स को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शख्स कचहरी में मुंशीगीरी का काम करता है। उसने यह साजिश लेनदेन के विवाद में एक शख्स को फंसाने के लिए रची थी।
शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि डाक के माध्यम से जनपद न्यायाधीश को एक चिट्ठी मिली थी। चिट्ठी में कचहरी को बम से उड़ा देने की धमकी दी गई थी और भेजने वाले का नाम पता राशिद अली पुत्र याकूब निवासी ग्राम दोस्तपुर थाना पूराकलंदर लिखा गया था। मामले की जानकारी के बाद अदालत चौकी प्रभारी की ओर से प्रकरण में 2 जून को नगर कोतवाली में धमकी की धारा में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इस संवेदनशील मामले में पुलिस को विवेचना और कार्रवाई का निर्देश दिया गया था।
उन्होंने बताया कि मामले में नगर कोतवाली पुलिस की टीम ने गुरुवार की शाम लगभग 6 बजे कचहरी के पास से 38 वर्षीय मो. वलीम निवासी जगनपुर थाना रौनाही को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शख्स ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया है कि पत्र में दर्ज प्रेषक राशिद अली की ससुराल उसके गांव जगनपुर में है और उसका मोहम्मद राशिद अली से पैसे के लेनदेन का विवाद चल रहा हैतथा राशिद को फंसाने के लिए ही उसने कचहरी को बम से उड़ा देने की धमकी वाला पत्र भेजा था। जिससे पुलिस राशिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दे। पुलिन ने आरोपी का चालान किया है। इस दौरान सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह, प्रशिक्षु डिप्टी एसपी नवीन निगम, नगर कोतवाल देवेंद्र सिंह समेत टीम के अन्य मौजूद रहे।
बताते चलें कि 2 जून को कचहरी को बम से उड़ा देने की धमकी की चिट्ठी का मामला नगर कोतवाली पुलिस के संज्ञान में आया था। मामले में प्रभारी चौकी सिविल कोर्ट उपनिरीक्षक विनय यादव की ओर से नगर कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 449/22 के तहत धमकी की धारा में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। हालांकि कानून का जानकार मानी जाने वाली जनपद पुलिस को उस समय इस बात का जरा भी अहसास अथवा आशंका नहीं हुई कि इस पत्र से सीरियल बम विस्फोट का ध्वंस देख चुकी कचहरी परिसर में हलचल भी मच सकती है और विधि तथा अदालती कामकाज प्रभावित हो सकता है तथा लोगों के अंदर भय पैदा हो सकता है।
कोतवाली पुलिस ने एक पखवारे बाद मामले का खुलासा किया और दूसरे के नाम से साजिश के तहत धमकी की चिट्ठी भेजने वाले शख्स को गिरफ्तार करने के बाद दर्ज मुकदमे में 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट की धारा बढ़ाई है। यह अलग बात है कि चिट्ठी मिलने के बाद ही पुलिस के आला अधिकारियों ने कचहरी परिसर ही नहीं सार्वजनिक क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती और सक्रियता बढ़ा दी थी। यह साबित करता है कि अधिकारियों को धमकी भरी चिट्ठी से लोक अपशान्ति को खतरा फैलने की आशंका चिट्ठी मिलने के बाद ही हो गई थी।