ब्यूरो। शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को ठीक करने के लिए आयरन को सबसे अहम माना जाता है। इसके अलावा, आयरन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि शरीर में इसकी कमी एनीमिया और अन्य कई समस्याओं का कारण बन सकती है। इस महत्व को देखते हुए शरीर में आयरन के संतुलित स्तर को बरकरार रखना बेहद जरूरी है। कुछ पेय पदार्थों के सेवन से ऐसा करना मुमकिन है। चलिए आज ऐसे ही कुछ पेय पदार्थों के बारे में जानते हैं।
चुकंदर का जूस
चुकंदर आयरन का मुख्य स्त्रोत होता है, इसलिए इसकी कमी को दूर करने में आयरन के जूस को डाइट में शामिल करना एक अच्छा विचार हो सकता है। चुकंदर का जूस बनाने के लिए एक चुकंदर और अदरक का एक छोटा टुकड़ा लें और दोनों चीजों को धो लें, फिर इन्हें छीलकर बड़े-बड़े टुकड़ों में काटें। इसके बाद टुकड़ों को जूसर मिक्सर में डालकर पीस लें। अब जूस को गिलास में डालें और उसमें नींबू का रस निचोड़कर पीएं।
अनार का जूस
अनार के जूस में अन्य फलों की तुलना में अधिक मात्रा में आयरन शामिल होता है, जो शरीर से आयरन की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, अनार के जूस में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट हृदय तक खून पहुंचाने वाली धमनियों को सख्त और संकुचित होने से रोकने में भी मदद करते हैं। शायद यही वजह है कि कई कार्डियोलॉजिस्ट भी डाइट में अनार का जूस शामिल करने की सलाह देते हैं।
पालक की स्मूदी
शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में पालक की स्मूदी पीना भी लाभदायक हो सकता है क्योंकि पालक में भी उच्च मात्रा में आयरन मौजूद होता है। पालक की स्मूदी बनाने के लिए मिक्सी में पालक के कुछ पत्ते और एक केला पीसें, फिर इसमें दो बड़ी चम्मच दही डालकर दोबारा मिक्सी चलाएं। अब तैयार स्मूदी को गिलास में डालकर पीएं। आप चाहें तो इस स्मूदी में पालक के साथ केले की जगह पुदीना भी डाल सकते हैं।
आलूबुखारे का जूस
आलूबुखारे का जूस भी शरीर से आयरन की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है। आलूबुखारे का जूस बनाने के लिए सबसे पहले तीन-चार आलूबुखारों को अच्छे से धोकर चाकू से काट लें और उनके बीज निकाल दें। इसके बाद ब्लेंडर में आलूबुखारा, आधा गिलास पानी और स्वादानुसार चीनी और काला नमक डालकर अच्छे से ब्लेंड करें। ब्लेंड करने के बाद मोटी छलनी से जूस को छानकर एक गिलास में डाल दें। अब इस जूस का आनंद लें।