मौत के पहले रेलवे ट्रैक पर बनाया वीडियो, खुद किया वायरल
अयोध्या। नगर कोतवाली क्षेत्र के बछड़ा सुलतानपुर का रहने वाले अमित मौर्या ट्रेन के आगे आत्महत्या करने से पहले रेलवे ट्रैक पर ही एक वीडियो बनाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आत्महत्या करने वाले युवक ने वीडियो में आरोप लगाया है कि उसका संपत्ति को लेकर पड़ोसी राम उजागर मौर्य व अन्य लोगो से विवाद चल रहा था।
वायरल वीडियो में क्या है आरोप
-रेलवे ट्रैक के पास मौत से पहले युवक ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो में युवक अमित मौर्या का कहना है कि वह तंग आ चुका है। देश की कानून व्यवस्था भ्रष्टाचार और न्यायालय से। जहां ईमानदार आदमी के लिए कहीं कोई न्याय नहीं है। वीडियो में रोते हुए अमित मौर्या कहता है कि मेरी मौत के लिए सिर्फ देव काली चौकी प्रभारी सिपाही हेमंत और कोतवाल और पड़ोसी राम उजागीर मौर्य व रामू तथा मेरे सगे चाचा हैं। उसके चाचा ने उसके और परिवार के साथ बड़ी बेईमानी की है।
आरोप लगाने के बाद युवक का कहना है कि कि आज वह मर रहा है तो इसके पीछे यही लोग जिम्मेदार हैं। फिलहाल वीडियो चर्चा में आने के बाद पुलिस और प्रशासन में हलचल मची है। प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने जांच बिठा दी है। पूरे प्रकरण की जांच का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक देहात शैलेंद्र कुमार सिंह को सौंपा है।
आत्महत्या की हकीकत जानने को भाजपा ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
-आत्महत्या से पूर्व बनाये गये वीडियों में पुलिस पर भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप लगाने वाले युवक के प्रकरण की हकीकत जानने के लिए भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने पार्टी पदाधिकारियों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी मृतक युवक के परिजनों से मिलकर सच्चाई का पता लगायेगी। जिसे महानगर जिलाध्यक्ष को अवगत कराया जायेगा। जिसके आधार पर भाजपा अधिकारियों से मिलकर कारवाई के लिए कहेगी। इस कमेटी में तिलकराम मौर्या, वासुदेव मौर्या व आलोक द्विवेदी को शामिल किया गया है।
महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने बताया कि घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गयी है। जो मौके पर जाकर सभी तथ्यों की जांच करेगी। इसके साथ पीड़ित परिवार से भी मुलाकात करेगी। जांच टीम को रिपोर्ट सौपने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है। भाजपा मृतक परिवार के साथ है। पदाधिकारियों द्वारा जांच में आये तथ्यों के आधार पर कारवाई करने के लिए अधिकारियों से मुलाकात की जायेगी। मामले में किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा। कोई न्याय से वंचित नहीं रहेगा।