कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के आरोप में पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन उन्हें कर चुका है दायित्व मुक्त
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दागी एवं सभी दायित्वों से मुक्त किए गए विश्वविद्यालय कर्मी को कृषि विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण पद निदेशक प्रशासन एवं परिवीक्षण का पद सौंप दिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा लगातार विश्वविद्यालय में रेवड़ी की तरह प्रशासनिक पदों को बांटे जाने को लेकर अब चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गर्म हो गया है यही नहीं इन अनियमितताओं का प्रकरण प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के राज्यपाल के दरबार तक पहुंचने लगा है।
बताते चलें कि बीते 19 फरवरी दो हजार अट्ठारह को कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के प्रशासनिक अधिकारी एस के पांडे द्वारा एक प्रशासनिक आदेश जारी किया गया था। जिसमें वर्तमान में विश्वविद्यालय के निदेशक प्रशासन एवं परिवीक्षण बनाए गए डॉ अशोक कुमार सिंह के विरुद्ध निर्दोषों की अनदेखी करने तथा धारा 23 के निस्तारण में शिथिलता बरतने, कुलाधिपति को प्रेषित किए जाने वाले पत्र को बिना किसी अधिकारी को संबोधित किए कुलपति के ई मेल से पत्र भेजने का आरोप लगाते हुए उन्हें उपरोक्त सभी अतिरिक्त दायित्वों से मुक्त कर दिया गया था।
ज्ञातव्य हो कि बीते 16 मई 2016 को डॉ अशोक कुमार सिंह सहायक प्राध्यापक क्रॉप फिजियोलॉजी विभाग को सहायक प्रशासनिक अधिकारी द्वितीय एवं नोडल अधिकारी लीगल तथा आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत पत्रों के निस्तारण हेत नोडल अधिकारी नामित किया गया था। उनके द्वारा दायित्व निर्वहन में घोर लापरवाही बरती गई थी जिस के क्रम में तत्कालीन कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी एसके पांडे ने उन्हें समस्त दायित्वों से मुक्त कर दिया था। इस बीच विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह की विशेष कृपा एक बार फिर दागी सहायक प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार सिंह पर बरस गई और उन्हें विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण पद निदेशक प्रशासन और परिवीक्षण का अतिरिक्त दायित्व सौंप दिया गया। जिनकी अनियमितताओं के चर्चाओं के बाजार विश्वविद्यालय में पूरी तरह से गर्म हो गए हैं। उनके कारनामों से विश्वविद्यालय कर्मियों एवं शिक्षकों में गहरा असंतोष भी व्याप्त हो गया है