अयोध्या। गुरूनानक देव जी ने भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को सत्य और सतनाम का पाठ पढ़ाया। उन्होंने मानव को सत्य का मार्ग दिखाया और सभी को सद्भाव के साथ रहने का संदेश दिया। यह उद्गार रामनगर कालोनी स्थित संत सतराम दास दरबार के सांई नितिन राम ने गुरूनानक देव की 550वीं जयन्ती एवं छठ्ठी महोत्सव के अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव महान समाज सुधारक थे। उन्होंने छुआछूत, अंधविश्वास और पाखण्डों पर जोरदार प्रहार किया। गुरूनानक देव हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रबल समर्थक थे। इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आश्रम के संत महेन्द्र लाल ने कहा कि गुरूनानक देव जी ने हिन्दू, मुस्लिम, बौद्ध और जैन आदि सभी धर्मों के पवित्र तीर्थों की यात्रा की थी। उन्होंने कहा था कि सबका ईश्वर एक है। उ0प्र0 सिन्धी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश ओमी व सिन्धु सेवा समिति के उपाध्यक्ष कमलेश केवलानी ने कहा कि गुरूनानक देव जी उन महान विभूतियों में थे जिन्होंने सभी धर्मों के अनुयायियों को समान रूप से प्रभावित किया। इस अवसर पर सांई महेश लाल ने गुरूनानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर संत सतराम दास दरबार में गुरू ग्रन्थ साहब के पाठ साहब की समाप्ति हुई। उसके बाद गुरूनानक देव व संत सतराम दास, अमर शहीद संत कवरराम, बाबा जगतराम, बाब रूढ़ाराम एवं सांई वासदेव राम की आरती हुई। छठ्ठी महोत्सव के अवसर पर गुरूनानक देव के चित्र पर मौजूद श्रद्धालुओं ने माथे पर दूध लगाकर छठ्ठी मनायी। इस अवसर पर भजन कीर्तन हुआ। जयन्ती व छठ्ठी अवसर पर नकुल राम, मुकेश रामानी, धर्मपाल रावलानी, ओम प्रकाश केवलरामानी, कपिल कुमार, नवलराम, जगदीश चंदानी, संजय खिलवानी, सुनील मंध्यान, राजकुमारी रामानी, एकता जीवानी, बबिता माखेजा, अनीता देवी, नरेश आहूजा, उमेश संगतानी, बब्लू खत्री, भजन आहूजा, चन्द्रभान माखेजा, नारायण दास केवलरामानी, दर्शनलाल, प्रियांशू सावलानी, गुड्डू केवलरामानी आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे।
संत सतराम दास दरबार में मना छठ्ठी महोत्सव
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