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नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि का मना 20वां दीक्षांत समारोह
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समारोह में 588 विद्यार्थियों को उपाधियां व 42 मेधावियों को मिला स्वर्ण पदक
मिल्कीपुर। नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज का 20वां दीक्षांत समारोह गुरुवार को आयोजित हुआ। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के राज्यपाल व कुलाधिपति रामनाईक ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के उच्च शिक्षा ग्रहण करने का प्रतिशत आशानुरूप बढ़ा है,यह एक शुभ संकेत है। कुलाधिपति ने गत वर्ष प्रदेश के 25 विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह के आंकड़े पेश करते हुए कहा गत वर्ष प्रदेश में कुल 15 लाख 60 हजार उपाधियां विद्यार्थियों को प्रदान की गई थीं जिनमे 51 प्रतिशत छात्राएं शामिल है वहीं 1653 पदक प्रदान किये गए जिनमें 66 प्रतिशत पदक छात्राओं को प्राप्त हुए हैं। कुलाधिपति ने उपाधि प्राप्त कर्ता विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे निष्ठा, कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास करते हुए अपने लक्ष्य व सपनों को पूरा करने का सफल प्रयास करें।
श्री नाइक ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा का अनुशाषित कैलेंडर के पालन को विश्वविद्यालयों द्वारा सुनिश्चित किये जाने का परिणाम है कि इस वर्ष 26 विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह 84 दिनों की अवधि में 26 अगस्त से प्रारम्भ होकर 15 नवम्बर के बीच सम्पन्न हो जाएंगे। कुलाधिपति ने उपाधि प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें जीवन के नए आकाश में उड़ान की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। कुलाधिपति ने कुलपति प्राे. जे एस संधू के अल्प कार्यकाल में विवि को मिली उपलब्धियों तथा आगे की कार्ययोजना की सराहना की।
समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय झांसी के चांसलर तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. पंजाब सिंह ने दीक्षांत भाषण देते हुए कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र की विषमताओं को दूर करते हुए हमें कृषि क्षेत्र की विकासदर में बढोत्तरी के लिए प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि गांव से शहरों की ओर युवाओं का पलायन रोकना चुनौती है। युवा वैज्ञानिकों का आह्वान करते हुए कहा कि हमारे वैज्ञानिकों को छोटी जोत के किसानों के लिए हल्के व सस्ते कृषि यंत्र विकसित करने होंगे साथ ही गुडवत्ता युक्त बीज, पौध सामग्री व तकनीकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए पूरे मनोयोग से योगदान करना होगा। उन्होंने कृषि शिक्षा के छेत्र में स्नातकों को उद्यम कुशल बनाने पर जोर दिया जिससे वे स्वयं रोजगार के अवसर पैदा करने में सक्षम हो सकें।
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे कृषि की उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ कृषि को व्यवसाय के रूप में चुनें। कार्यक्रम को प्रकख्यात शिक्षा विद तथा कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रेमलाल गौतम ने भी सम्बोधित करते हुए हर कदम पर अपने स्तर से विश्वविद्यालय को सहयोग देने का आश्वासन दिया गया। कुलाधिपति रामनाईक ने डॉ. पी.एल. गौतम को मानद उपाधि प्रदान की ।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. जे.एस. संधू ने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अपनी कार्य योजना व किये गए कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कुलाधिपति व अतिथियों ने दीक्षांत स्मारिका, विश्वविद्यालय का एकेडमिक रेगुलेशन व विजन 2030 का विमोचन किया। दीक्षांत समारोह में कुल 588 छात्र छात्राओं को विभिन्न पाठ्यक्रमों की उपाधियां तथा 42 मेधावियों को स्वर्ण पदक प्रदान किये गए।
दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इससे पूर्व विश्वविद्यालय परिसर स्थित हेलीपैड पर कुलाधिपति का स्वागत कुलपति प्रो जे एस संधू, राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मनोज दीक्षित,मिल्कीपुर विधायक बाबा गोरखनाथ, जिलाधिकारी डॉ अनिल कुमार , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार चैरसिया ने पुष्प भेंट कर किया। दीक्षांत यात्रा में विश्वविद्यालय प्रबन्ध परिषद के सदस्य एमएलसी धु्रव कुमार त्रिपाठी, विधायक बाबा गोरखनाथ, छेदी सिंह, सुचिता त्रिपाठी समेत विश्वविद्यालय विद्वत परिषद के सदस्य शामिल रहे।