Breaking News

डाकिया घर-घर दे रहा दस्तक

-सुकन्या समृद्धि और डाक जीवन बीमा से घरों में बना रहा अपना पैठ

अयोध्या। शुक्रवार को संचार के सबसे बड़े महकमे का डाकिया घर घर अपनी पैठ बना रहा है कभी चिट्ठी और मनीआर्डर को लेकर जो डाकिया घर घर जाता था आज वही डाकिया नवजात बेटियों के भविष्य को संवारने का बीड़ा उठाया यही नहीं गरीब किसान मजदूर आदि का ग्रामीण डाक जीवन बीमा करके उनके जीवन और उनके परिवार के भविष्य को संवारने के लिए घर-घर दस्तक दे रहा है।
हरिंगटनगंज एवं शाहगंज डाकघर डाकघर में डाक मेला का आयोजन किया गया जिसमें डाक निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि अब डाकिया 10 वर्ष से कम पात्र बेटियों के भविष्य को संवारने एवं उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए घर घर पहुंच कर उनके खाते को खुलवा रहा है और आसपास के बच्चियों के अभिभावक को जागरूक भी कर रहा है इससे नारी सशक्तिकरण को बल मिलेगा साथ ही भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध पर रोक लगेगी । यह तभी सम्भव होगा जब बेटियां को आर्थिक आजादी मिलेगी ।
शिविर में मुख्य विपणन अधिकारी सत्येन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक गरीब किसान मजदूर दिन भर मजदूरी करने के बाद जब घर को आता है तब उसके पास बचाने के लिए कुछ भी नहीं है पता है यदि वहीं मजदूर अपनी मजदूरी से कुछ पैसे ही कट्ठा कर डाकघर की ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना में धन जमा करता रहे तो वह स्वयं के साथ अपने परिवार के भविष्य को भी सुरक्षित कर सकेगा क्योंकि ग्रामीण डाक जीवन बीमा को डाक कर्मियों द्वारा ही पॉलिसी किया जाता है न कि एजेण्ट के द्वारा । इसलिए इसकी किस्त कम होती हैं और सभी प्रकार के खर्च को रोककर ग्राहक को अधिक भुगतान दिया जाता है श्री सिंह ने सभी से ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी अपनाने की अपील भी किया इस अवसर पर घनश्याम पांडे महेंद्र श्रीवास्तव सहित दर्जनों डाक कर्मी उपस्थित रहे ।

इसे भी पढ़े  प्रिटिंग के क्षेत्र में तेजी से तकनीकी संसाधनों का उपयोग बढ़ा : प्रो. प्रतिभा गोयल

Leave your vote

About Next Khabar Team

Check Also

पूर्व सांसद मित्रसेन यादव की मनाई गई 9वीं पुण्यतिथि

-सम्मानित किए गए उनके संस्थापित विद्यालय के एक दर्जन मेधावी छात्र अयोध्या। पूर्व सांसद मित्रसेन …

close

Log In

Forgot password?

Forgot password?

Enter your account data and we will send you a link to reset your password.

Your password reset link appears to be invalid or expired.

Log in

Privacy Policy

Add to Collection

No Collections

Here you'll find all collections you've created before.