– श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में लगाई डुबकी, किया दर्शन पूजन
अयोध्या। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या में मौनी अमावस्या के मौके पर सरयू नदी के तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान किया। आस्था की डुबकी लगाने आसपास के जिलों के भी श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। कोरोना काल के दौरान बड़ी संख्या में पहली बार सरयू के तट पर श्रद्धालु उमड़े। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद दान पुण्य कराने की परंपरा का भी निर्वहन किया। सरयू में स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने राम जन्मभूमि में विराजमान रामलीला, हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला, कनक भवन व नागेश्वरनाथ समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन भी किया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के चलते पर यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई।
इसी तरह धर्म नगरी अयोध्या के प्रथम द्वार में शुमार श्रृंगीऋषि आश्रम पर मौनी अमावस्या के पर्व पर हजारो श्रद्धालुओ का सैलाब उमड़ पड़ा और सन्निकट पुण्य सलिला सरयू नदी में डुबकी लगाई।स्नान ध्यान के पश्चात आश्रम पर मौजूद मन्दिरों में दर्शन पूजन के लिए लम्बी कतार लगी रही।वंही श्रद्धालुओ ने सरयू तट पर हवन पूजन के बाद सत्यनारायण की कथा भी सुनी। मालूम हो कि यह इलाके के प्रमुख स्नान पर्वो में से है।जंहा स्नान के लिए सुल्तानपुर अम्बेडकरनगर सहित आदि जिलो से श्रद्धालुओ का जत्था आता है और तट पर मौजूद श्रृंगीऋषि,माता शांता सहित तट पर मौजूद मन्दिरों मे माथा टेक कर सुख समृद्धि की कामना करता है।इस आश्रम का सम्बन्ध रामायण कालीन से है।श्रृंगीऋषि आश्रम स्थित राम जानकी मन्दिर के महंत बाबा जगदीश दास ने बताया कि अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ ने श्रृंगीऋषि के आचार्यत्व में पुत्रेष्ठी यज्ञ करवाया था। जिसके बाद उन्हें चार पुत्र प्राप्त हुए थे। मेले की ब्यवस्था में गोसाईगंज कोतवाली के एसएचओ विनोद बाबू मिश्र महिला एसआई वीना पांडेय सहित चौकी प्रभारी रणजीत यादव व पुलिस टीम मौजूद रही।