-वामदलों व संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन
अयोध्या। भारतीय निर्यात पर अमेरिकी टैरिफ के विरुद्ध शुक्रवार को वामदलों व संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कडा प्रतिवाद करते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंप कर मामले में हस्तक्षेप करने और 25 प्रतिशत टैरिफ को रद्द कराने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया कि महज रूस और ईरान से व्यापार करने के कारण दण्डस्वरुप अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने हमारे निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया। इसका कडा विरोध करने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार ने चुप्पी साध लिया है। ट्रम्प की यह कार्यवाही और मोदी की चुप्पी देश को अमेरिकी गुलामी की ओर धकेलने की कोशिश है।
आगे कहा गया कि अमेरिका द्वारा प्रवासी भारतीयों को अपमानित करने का मामला हो, भारत- पाक मामले में अमेरिकी हस्तक्षेप का मामला हो अथवा निर्यात पर भारी टैरिफ का मामला हो मोदी सरकार ने कभी खुलकर तो कभी चुप रहकर अमेरिकी कार्यवाहियों का समर्थन कर अमेरिका के समक्ष घुटना टेक दिया है और देश की संप्रभुता को अमेरिका के सामने गिरवी रख दिया है।
नेताओं ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि देश की आजादी और संप्रभुता को बचाने के लिए मोदी सरकार की समर्पणवादी नीतियों के विरुद्ध संघर्ष में उतरना होगा। प्रतिवाद में भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी, माकपा जिला सचिव अशोक यादव, भाकपा (माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद, संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक मया राम वर्मा, भाकियू नेता कमला प्रसाद बागी, भाकपा सहायक सचिव शैलेन्द्र प्रताप सिंह, माले लोकल सचिव रमेश कुमार, किसान नेता आशीष पटेल एवं ओम प्रकाश यादव आदि मौजूद रहे।