-चार किमी मार्ग को 10 मीटर किया जाएगा चौड़ा, 3385.85 लाख की कार्ययोजना शासन को भेजी गई
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रामपथ से मऊ शिवाला तक जाने वाले चार किलोमीटर लंबे मार्ग को चौड़ा करने की योजना को मूर्त रूप देने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 3385.85 लाख रुपये की कार्ययोजना तैयार की है।
इस योजना को मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया गया है। इस परियोजना के तहत वर्तमान में पांच मीटर चौड़े मार्ग को 10 मीटर तक विस्तारित किया जाएगा, जिससे न केवल धार्मिक यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र, स्कूल और एफसीआई को भी इसका लाभ मिलेगा। अयोध्या देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। राम मंदिर के निर्माण के बाद यहां पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस बढ़ती भीड़ को देखते हुए योगी सरकार धार्मिक स्थलों तक पहुंचने वाले मार्गों को और सुगम बनाने पर जोर दे रही है। रामपथ से मऊ शिवाला मार्ग का चौड़ीकरण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मार्ग न केवल धार्मिक महत्व के स्थानों को जोड़ता है, बल्कि औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
आर्थिक गतिविधियों को भी मिलेगा बढ़ावा
इस मार्ग का चौड़ीकरण न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। वर्तमान में इस मार्ग की चौड़ाई केवल पांच मीटर के करीब है, जो बढ़ते यातायात और तीर्थयात्रियों की संख्या को देखते हुए अपर्याप्त है। 10 मीटर चौड़े मार्ग के निर्माण से वाहनों की आवाजाही आसान होगी और जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इसके साथ ही मऊ शिवाला जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी।
इस परियोजना का एक अन्य महत्वपूर्ण लाभ औद्योगिक क्षेत्र और एफसीआई गोदामों को मिलेगा। आसपास स्थित औद्योगिक इकाइयों को सामान की ढुलाई में होने वाली असुविधा से राहत मिलेगी। एफसीआई के गोदामों तक मालवाहक वाहनों की आवाजाही भी आसान हो जाएगा।
जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद
लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशाषी अभियंता एस. पी. भारतीय ने बताया कि इस परियोजना के पूरा होने से न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ होगा, बल्कि अयोध्या आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। शासन से मंजूरी मिलने के बाद इस परियोजना पर जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है।