– टेट परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर किया विचार विमर्श, मिल्कीपुर ब्लॉक इकाई के पदाधिकारी एवं शिक्षकों ने बैठक कर बनाई रणनीति
मिल्कीपुर। जब तक शिक्षकों का संगठन मजबूत था तब तक शिक्षकों को बहुत कुछ मिला संगठन के कमजोर होते ही सुविधा छिनती जा रही हैं। जिसका परिणाम है कि आज नौकरी पर संकट आ गया है। यह बातें उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक संघ सम्बद्ध अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ नई दिल्ली के वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने मिल्कीपुर ब्लॉक इकाई के शिक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।
संगठन के मिल्कीपुर ब्लॉक इकाई की बैठक शुक्रवार को चमनगंज स्थित देव पैलेस सभागार में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक उमा प्रसाद यादव ने की। बैठक के मुख्य अतिथि संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह एवं विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत शिक्षक एवं संगठन के संरक्षक भीम सिंह अकेला रहे। बैठक में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शिक्षकों को टेट परीक्षा उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता का मुद्दा जोर शोर से उठा। जहां शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि टीईटी परीक्षा कदापि स्वीकार्य नहीं है।
बैठक का संचालन करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जब हमारे नियुक्ति जिस विज्ञापन के तहत हुई थी उसे समय हम सभी साथी शिक्षकों ने सारी अर्हता पूर्ण की थी। बैठक को संबोधित करते हुए प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री सिंह ने मौजूद शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, पूरी मजबूती के साथ शिक्षकों का पक्ष सुप्रीम कोर्ट के सामने पुनः रखा जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष एवं शिक्षक नेता रहे उमा प्रसाद यादव ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश में टेट परीक्षा को लेकर विस्तार से बिंदवार चर्चा की और कहा कि टेट परीक्षा की अनिवार्यता शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 लागू होने के साथ-साथ हो गई थी, किंतु तत्कालीन सरकार ने इसे दबाए रखा था।
बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री राजेश कुमार ने मौजूद सभी शिक्षकों एवं पदाधिकारी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक को शिक्षक अजय द्विवेदी, शुभम, राजेश सिंह, कमलेश गोस्वामी सहित दर्जनों शिक्षकों ने संबोधित किया। बैठक में प्रमुख रूप से संगठन के पूर्व मंत्री जगदंबा प्रसाद पांडे, डॉ अतुल पांडे, कोषाध्यक्ष रजनी यादव, प्रमोद श्रीवास्तव, ममता यादव, सुमेधा, परवीन अख्तर, रीता श्रीवास्तव, मीना त्रिवेदी, मीरा देवी, नीलू यादव, रमाकांत वर्मा, अजय द्विवेदी, विजय सिंह, भगवान बक्श मिश्रा, मदनलाल मौर्य, वीरेंद्र कुमार, सौरभ पांडेय, शैलेंद्र तिवारी, उर्मिला, रामलगन लक्ष्मी, अभिषेक यादव, शुभम सिंह, विज्ञात, रुचि मिश्रा एवं सुधा गुप्ता सहित दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।