-योजना में मुख्य मार्ग की चौड़ाई 30 मीटर प्रस्तावित
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के चौमुखी विकास से जुड़ी महायोजना को शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दिया है। इसके साथ ही अयोध्या के सुनियोजित विकास का नया दौर शुरू हो गया है। इसके तहत अब श्रीरामजन्मभूमि के आस-पास के क्षेत्र धार्मिक भू-उपयोग के रूप में विकसित होगा। मंदिर जोन और उससे जुड़े मार्गों की ऊंचाई सीमित होगी। इस क्षेत्र में 17.5 मीटर से ज्यादा ऊंचे भवन नहीं बनाए जा सकेंगे। इससे धार्मिक भवन को मुक्त किया गया हैस इसके साथ ही भवन और रामलला की तरफ जाने वाले तथा उससे जुड़े एक दर्जन मार्गों पर कामन बिल्डिंग कोड लागू हो गया है।
इसका निर्माण एक तरह और एक रंग का हो सकेगा। अयोध्या विजन 2047 में चिह्नित परियोजनाओं का भी समावेश किया जाएगा। सरयू नदी तथा आस-पास के क्षेत्र में निर्माण के नियंत्रण के लिए नदी केंद्रित विकास संबंधी प्रावधान किए गए हैं। अयोध्या के मुख्य मार्गों पर प्रवेश द्वार तथा यातायात सुविधाओं को चिन्हित किया गया है। ग्रीन फील्ड टाउनशिप के लिए 1400 एकड़ भूमि को चिह्नित कर वहां विदेशों और देश के अधिकांश राज्यों के भवन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। यह क्षेत्र पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा जिसे बोलचाल भी भाषा में नव्य अयोध्या अर्थात नई अयोध्या कहा जा रहा है।
शहर में वाहनों को प्रतिबंधित करने एवं उनके आवाजाही के लिए 2888 करोड़ से 70 किलोमीटर लंबे रिंग रोड के निर्माण को लेकर जमीन हासिल करने का काम आरंभ हो चुका है। अयोध्या के 14 कोसी 5 कोसी और 84 कोस के परिक्रमा मार्ग के विकास एवं इस पूरे क्षेत्र के सुनियोजित विकास का खाका तैयार किया गया है। इसी साल जुलाई महीने में एडीए ने अपनी 82 वीं बोर्ड की बैठक में अयोध्या महायोजना 2031 को स्वीकृत कर सरकार के पास भेज दिया था। इस योजना में मुख्य मार्ग की चौड़ाई 30 मीटर प्रस्तावित है।
राम की पैड़ी को दिया जाएगा स्टेडियम का स्वरूप
-राम की पैड़ी को नये तरीके से संवारने की कवायद भी शुरू हो गई है, राम की पैड़ी को स्टेडियम का स्वरूप दिया जाएगा। इसमें 15 से 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। साथ ही राम की पैड़ी के रास्ते को भी चौड़ा किया जाएगा। इस योजना को मूर्त रूप देने में 18 करोड़ 68 लाख 22 हजार रुपये का खर्च आएगा। शासन ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। शासन की ओर से अधिकृत एजेंसी के आर्किटेक्ट ने अधिशासी अभियंता सरयू नहर जय सिंह के साथ राम पैड़ी का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता जय सिंह ने बताया कि पूर्वी छोर पर बॉर्डर पिचिंग स्थल पर स्टेडियम के स्वरूप में दर्शक दीर्घा का निर्माण कराया जाएगा।
लता मंगेशकर चौक से लेकर सरयू पुल के पश्चिम घाट के अंतिम छोर तक दर्शकों के बैठने के लिए सीढ़ियां बनवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इसकी क्षमता 15-20 हजार दर्शकों की होगी। इस दर्शक दीर्घा के अतिरिक्त पश्चिम घाट से राम पैड़ी जाने वाले मार्ग को भी टू-लेन बनाया जाएगा। वर्तमान में टू-लेन है और मध्य में डिवाइडर लगा है, लेकिन यह रास्ता सकरा है और गाड़ियां यू-टर्न नहीं ले पाती है, जिसके कारण रास्ते को अधिक चौड़ा कर डिवाइडर के अंतिम छोर पर यू-टर्न की व्यवस्था बनाई जाएगी।