जल शक्ति मंत्री ने नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में दी हिदायत
झांसी। सूबे के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अधिकारियों से कहा कि बुन्देलखण्ड में शुद्व पेयजल का अभाव न रहे। अधिकारीगण 100 दिन की कार्ययोजना तैयार करके धरातल पर उतारें। बैठक में मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा पेयजल समस्या के सम्बन्ध में अवगत कराये जाने पर जल शक्ति मंत्री जी ने निर्देश दिये कि अधिकारी और कर्मचारी अपने काम से छवि बदलें। बरसात से पहले आर्सेनिक और संचारी रोगों से प्रभावित गांव को प्राथमिकता के आधार पर लेकर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें। साथ ही अफसर योजना वाले जनपदों में रात्रि विश्राम करें। इसकी लिस्ट जल्द तैयार करने के उन्होंने निर्देश दिये।
जल शक्ति मंत्री ने झांसी सर्किट हाउस सभागार में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि हमें अथक परिश्रम से विभाग की छवि को बदलना है। अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सबको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर नल योजना के जरिये गरीबों के घर तक स्वच्छ पेजयल पहुंचाने का सौभाग्य दिया है। विभागीय बैठक में जल शक्ति मंत्री ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन और गुणवत्ता में अगर किसी तरह समस्या आ रही है तो उसका समाधान किया जायेगा। गांवों में प्लम्बरों का चयन कर उन्हें अभी तक प्रशिक्षण के सम्बन्ध में जानकारी नही उपलब्ध कराने पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये जल निगम के अधिशाषी अभियंता रणविजय सिंह को अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि इस माह के अन्त तक वह किसी भी दिन औचक निरीक्षण कर पेयजल परियोजनाओं की धरातल पर स्थिति को जानेंगे। उन्होने जल संरक्षण हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुये जलसहेलियों तथा स्वप्ररेणा से कार्य करने वाले व्यक्तियों को विभिन्न स्तरों पर सम्मानित कराने के निर्देश दिये।
विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, विधायक मऊरानीपुर डॉ रश्मि आर्य, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पेयजल सम्बन्धी समस्याओं से अवगत कराये जाने पर मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों अभिलम्ब 100 दिन की कार्ययोजना तैयार करने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि सभी अधिकारीगण प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक कार्यालय में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहकर विभागीय तथा जनसमस्याओं का निराकरण करें, उसके पश्चात क्षेत्र में भ्रमण कर परियोजनाओं की हकीकत को देखते हुये समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करायें।
मंत्री ने निर्देश दिये कि 15 मई से झांसी जनपद में 1028 तालाब भरने के लिये तत्काल स्थलीय निरीक्षण कर कार्ययोजना एवं आख्या जिलाधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। रबी की फसल हेतु सभी नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने का कार्य शत-प्रतिशत सुनिश्चित कर लिया जाये, जिससे सिंचाई के लिये किसानों को परेशानी न हो। आमजन के लिये शुद्व पेयजल की उपलब्धता कराने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होने टैंकरों द्वारा पेयजल समस्या के निस्तारण हेतु मण्डलायुक्त/जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक सुनिश्चित कराते हुये समस्या निराकरण के निर्देश दिये। अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे संजय कुमार पाण्डेय ने अवगत कराया कि जनपद में 10 पेयजल परियोजनाओं गुलारा परियोजना से 44 गांव, बचौली बुजुर्ग 40, तिलौथा 30, बुडपुरा 62, इमलौटा 92, बरथरी 118, टहरका 95, करैचा 74, पुरवा 34, बड़वार 59 सहित कुल 648 गांवों के 209673 घरों में कनैक्शन के माध्यम से शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा।
समीक्षा बैठक में महापौर रामतीर्थ सिंघल, विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, विधायक मऊरानीपुर डॉ रश्मि आर्य, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत, सांसद प्रतिनिधि अतुल अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे संजय कुमार पाण्डेय, डीडीओ सुनील कुमार, मुख्य अभियंता सिंचाई महेश्वरी प्रसाद, मुख्य अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन आरपी सिंह, अधीक्षण अभियंता शीलचन्द्र उपाध्याय, संजीव कुमार, जल निगम मुख्य अभियंता राकेश कुमार, अधिशाषी अभियंता अजय कुमार यादव, रणविजय सिंह, जल संस्थान के अधिशाषी अभियंता रमाशंकर सिंह बादलीवाल, भूगर्भ विभाग के सहायक अभियंता लघु सिंचाई आलोक सिन्हा, अधिशाषी अभियंता विजय कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।