-अब यहां न तो कर्मचारी हैं न ही प्रधानाचार्य और न ही प्रशिक्षार्थी
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के तुलसी नगर मोहल्ले में राजकीय तुलसी महिला अस्पताल व राजकीय तुलसी कन्या इंटर कॉलेज के सामने विशाल भूभाग पर सहकारी प्रबंध प्रशिक्षण केंद्र सहकारिता विभाग की ओर से स्थापित किया गया था। कई दशकों से इस प्रशिक्षण केंद्र में मंडल के कई जिलों के सैकड़ों युवक यहां प्रवेश लेकर 6 महीने तक सहकारिता का प्रशिक्षण लेते थे उन्हें प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र दिया जाता था जिसके आधार पर उन्हें सहकारी संस्थाओं में नौकरियां प्राथमिकता के आधार पर दी जाती थीं।
हर साल दो प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होते थे प्रत्येक वर्ष सैकड़ों युवक प्रशिक्षित होते थे। यहां प्रशिक्षण देने हेतु कई क्लासरूम,प्रधानाचार्य कक्ष व स्टाफ कक्ष बने हुए थे जा ेआज भी मौजूद हैं। यहां पर एक दो/तीन मंजिला इमारत प्रशिक्षार्थियों के छात्रावास के रूप में बनी हुई है जो आज भी मौजूद है। यहां पर प्रशिक्षार्थियों को आवासीय सुविधा के साथ-साथ जलपान व भोजन भी मिलता था।
केंद्र व प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद अयोध्या से लगभग सभी सरकारी कार्यालय,पशु चिकित्सालय धीरे-धीरे समाप्त होने लगे,इसी दौरान यह महत्वपूर्ण सहकारी प्रबंध प्रशिक्षण केंद्र भी बंद हो गया। अब यहां न तो कर्मचारी हैं न ही प्रधानाचार्य और न ही प्रशिक्षार्थी। बताया जाता है पिछले 7/8 साल पहले यहां के उप प्रधानाचार्य व शिक्षक/कर्मचारी एक-एक करके सेवानिवृत हो गए दोबारा उनकी जगह नियुक्ति नहीं की गई न ही प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए। यहां कक्षाओं व स्टाफ के कमरों में ताले लटक रहे हैं।
कोई भी देखने वाला नहीं है । दो मंजिला आवासीय छात्रावास बंद भी पड़ा है। इस कैंपस में बहुत सारी जमीन खाली पड़ी है जिसका उपयोग अब पीएससी के जवान(जिनके लिए इसी के ठीक सामने सहकारी विभाग की ही खाली जमीन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने नई इमारत पी0ए0सी0 के जवानों के आवासीय कालोनी के रूप में उनके रहने के लिए बनवा दी है जिसमें हजारों जवान इस समय डेरा डाले हुए हैं ।यदि उसे जमीन पर तुलसी महिला अस्पताल का विकास कर दिया गया होता तो शायद यहां महिलाओं को उनके इलाज के लिए बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिल सकती थी लेकिन लेकिन प्रदेश सरकार की उपेक्षात्मक नीति के कारण राजकीय तुलसी महिला चिकित्सालय भी लगभग समाप्त हो चुका है न वहां डॉक्टर रहते हैं और न मरीजों की भर्ती होती है न प्रसव की सुविधा है और न ही मरीजों के बैठने का कोई इंतजाम।
फिलहाल सहकारी प्रबंध प्रशिक्षण केंद्र को यदि सरकार पूर्व की भांति पुनः चालू कर देती तो देवीपाटन मंडल,अयोध्या अयोध्या मंडल व बस्ती मंडल के हजारों युवकों को सहकारिता का प्रशिक्षण मिल पाता और उन्हें सहकारी संस्थाओं में नौकरियां मिलने में आसानी रहती। भारत सरकार के प्रधानमंत्री व सहकारिता मंत्री तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अयोध्या नागरिक मंच मांग करता है कि सहकारी प्रशिक्षण केंद्र जो सन 1980 के पहले से अयोध्या में कायम रहा है उसे पुनः चालू कराया जाए और यहां नौजवानों को सहकारिता का प्रशिक्षण दिया जाए।