-आनन-फानन में भेजा गया जिला चिकित्सालय
अयोध्या। डीएलएड परीक्षा से वंचित किए जाने से क्षुब्ध प्रशिक्षु शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम दफ्तर पहुंचा। बार-बार प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी न्याय न मिलने से नाराज प्रशिक्षु अधिकारियों से बोला, मैंने जहर खा लिया है। इसके बाद उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसके जहर खाने की पुष्टि तो नहीं हुई, लेकिन जेब से सल्फास की पुड़िया जरूर बरामद हुई है। इसे लेकर प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
पीड़ित योगेंद्र कुमार सोनकर पुत्र स्वर्गीय रामकुमार निवासी बहराइच ने बताया कि वह दिव्यांग है। उसने बताया कि मई में परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने उसे 5 मई को चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किया था। पीड़ित का आरोप है कि जब वह परीक्षा केंद्र एसएसवी इंटर कालेज आयोजित डीएलएड की परीक्षा के लिए पहुंचा तो उसे प्रधानाचार्य ने परीक्षा से वंचित कर दिया। इसके बाद से लगातार वह अधिकारियों और डायट में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग कर रहा था। अभी तक कोई सुनवाई न होने पर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा और जहर खा लिया।
जिला चिकित्सालय के सीएमएस ने बताया कि मेरे सामने केस आया था, लेकिन जांच में जहर खाने की पुष्टि नहीं हुई। वह स्वस्थ है। उसके जेब से सल्फास की पुड़िया मिली है। वहीं एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि पीड़ित ने मेरे पास आकर बताया कि उसने जहर खा लिया है। जिला अस्पताल भेजा गया, जहां पाया गया कि उसने कोई जहरीला पदार्थ नहीं निगला था। पीड़ित जहर खाने की एक्टिंग कर रहा था। उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।