-मुख्यमंत्री कार्यक्रम को पूरा बाजार ले जाने से स्थानीय लोगो में गुस्सा, कहा पौराणिक आस्था पर सियासत पड़ गई भारी
सोहावल। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का कार्यक्रम यूं ही पूरा बाजार नहीं ले जाया गया। इसके पीछे एक सोची समझी सियासत रही है। जिसका सोहावल शिकार हो गया। कार्यक्रम को पूराबाजार के रामपुर हलवारा ले जाने से यहां के लोगों में आयोजकों के प्रति जबरदस्त आक्रोश उबाल खा रहा है। वह इसे एक सियासी षडयंत्र बता कर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगा रहे है।
इसे पौराणिक आस्था पर सियासत की चोट ठहराया जा रहा है। आरोप है कि जमीनी हकीकत में जमाने से विलुप्त हो चुकी पौराणिक नदी त्रिलोदकी गंगा के नवीनतम उदगम स्थल पंडितपुर के पास आकर महर्षि रमणक की तपस्थली से जनता को संबोधित किए जाने की खबर से सोहावल में एक खुशी की लहर दौड़ गई थी। लोगों ने इससे क्षेत्र विकास का एक अलग सपना देखना शुरू कर दिया था।
इस गंगा को धरती पर पुर्नस्थापित कराने में भगीरथ की भूमिका में रहने वाले भी अपने को छला महसूस कर रहे हैं।अधिवक्ता संघ पूर्व अध्यक्ष सुधीर मिश्र, साहित्यकार राम शंकर दुबे कहते हैं कि यों ही कार्यक्रम स्थल नहीं बदला गया। सियासत दारों ने इसमें षडयंत्र पैदा किया है। सपा से भाजपा में आये गोसाईगंज विधायक अभय सिंह और अयोध्या विधान सभा से पूर्व सांसद लल्लू सिंह को 2027 में मजबूती देने के लिए कार्यक्रम स्थल बदला गया है।
खम्हरिया निवासी सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप सिंह, पंडितपुर निवासी रोहित और राज नाथ पाण्डेय खिरौनी के अधिवक्ता दीपक सिंह कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी सोहावल आते तो महर्षि रमणक को सम्मान मिलता। कम से कम महर्षि जी का एक स्मारक सहित आसपास की सड़कें तो बन ही जाती। उपेक्षित रहे इस क्षेत्र के विकास को कुछ सौ करोड़ मुख्यमंत्री देकर ही जाते।