-एनआईसीटीई का गौरवोत्सव में दिखा शिक्षा, संस्कृति और सम्मान का अद्भुत संगम’

अयोध्या। राष्ट्रीय कम्प्यूटर तकनीकी शिक्षण संस्थान (एनआईसीटीई) फैजाबाद-अयोध्या शाखा का 20वां वार्षिकोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह रविवार को मारवाड़ी भवन वजीरगंज में भव्य रूप से सम्पन्न हो गया। बड़ी देवकाली मंदिर अयोध्या के महंत सुनील पाठक की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षा, संस्कृति और सम्मान का अनूठा संगम देखने को मिला।पूरा सभागार उत्साह ऊर्जा और सृजनात्मकता की चमक से दमक उठा।
कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीरामबल्लभाकुंज अयोध्या के उत्तराधिकारी ’राजकुमार दास जी’ महाराज ने किया एवं कार्यक्रम का संचालन संस्थान की छात्रा इकरा खान और कार्यक्रम समापन राजसदन अयोध्या के ’प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक यतीन्द्र मिश्र’ जी ने किया। ’संस्थान के निदेशक डा. करन त्रिपाठी’ ने कहा कि ’एनआईसीटीई’ ने दो दशकों में तकनीकी शिक्षा के साथ संस्कार और सृजनशीलता को जोड़ा है। यह गौरवोत्सव हमारी मेहनत, प्रतिबद्धता और सफलता की गाथा है।कार्यक्रम में शिवकुमार मणि त्रिपाठी, सूर्यकांत पांडेय,राजेंद्र प्रताप सिंह, शीतला पाठक,उग्रसेन मिश्रा,वेद सिंह कमल,आकाश मणि त्रिपाठी, रणजीत यादव (खाकी वाले गुरु जी) और दीपक सिंह,उपेंद्र सिंह, उमर मुस्तफा, आदिल मुस्तफा जैसे विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में छात्रों की प्रस्तुतियों ने सचमुच समां बांध दिया।पूर्णिमा, राशिदा, प्रियंका व अन्य छात्राओं ने ’रामायण’ की झांकी से भक्ति भाव जगाया, वहीं संस्कृति, अभिवंशिका, शगुन, ज्योति और साथियों ने सरस्वती वंदना व ’महाभारत के द्रौपदी चीरहरण’ प्रसंग की प्रस्तुति से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।पूर्णिमा, हिमांशी और पलक आदि छात्राओं की प्रस्तुति ’“संदेशे आते हैं”’ ने सभी को भावनाओं से भर दिया। मानसी मिश्रा ने ’“प्यार किया तो डरना क्या”’ और ’“डोलना”’ गीतों पर ऐसी शानदार प्रस्तुति दी कि दर्शक तालियां बजाकर झूम उठे।वहीं आस्था, मुस्कान व अन्य छात्राओं ने ’“झूमे रे गौरी” गरबा नृत्य’ से समारोह में उत्सव का उल्लास भर दिया।
समारोह के अंत में वर्षभर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को ‘प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया।पुरस्कार पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से दमक उठे और मंच देर तक तालियों की गूंज से सराबोर रहा।एनआईसीटीई का यह आयोजन इस संदेश के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ कि जहां अवसर मिलता है, वहीं प्रतिभा खिलती है और एनआईसीटीई हर विद्यार्थी की प्रतिभा को निखारने का सशक्त मंच है।” ’संस्था के निदेशक डॉ करन त्रिपाठी’ एवं ’शिक्षकगण’ गुलनाज बानो,श्रृंखला गुप्ता, कुनाल खन्ना, दीपक श्रीवास्तव,आर्यन, सिद्धि,अभिज्ञान,अफान, रितिका,आशिया आदि लोगों ने उपस्थित सभी अभिवावकों और गणमान्य लोगों का आभार धन्यवाद ज्ञापित किया।