-वरिष्ठ पत्रकार स्व. राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय की आठवीं पुण्यतिथि पर हुई गोष्ठी
अयोध्या। वरिष्ठ पत्रकार स्व राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय की आठवीं पुण्यतिथि पर प्रेस क्लब पर वर्तमान संदर्भ में मीडिया विषय पर आयोजित गोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि स्व राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने हमेशा अपनी लेखनी को निष्पक्ष रखा। सत्य को हमेशा सत्य की तरह ही परिभाषित किया। युवा पीढ़ी को उनका अनुसरण करने की आवश्यकता है। उन्होने पत्रकारिता को एक नयी दिशा दी।
मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार राज खन्ना ने कहा कि बदलते दौर मीडिया पर काफी परिवर्तन हो गया है। पहले मीडिया के पास संसाधनों की कमी थी। परन्तु पाठकों का भरोसा उसे हासिल था। परन्तु आज मीडिया के पास संसाधन पर्याप्त है। परन्तु पाठकों व दर्शकों के भरोसे में कमी आयी है। संसाधन तो जुटाये जा सकते है। परन्तु पाठकों व दर्शकों का भरोसा कायम रखना मीडिया के समक्ष चुनौती है। विशिष्ट अतिथि मनोविज्ञान विशेषज्ञ डा वसुधा मिश्रा ने कहा कि वर्तमान पत्रकारिता जनता के मनौवैज्ञानिक पहलू पर आधारित हो गयी है। मीडिया वहीं दिखाना चाहती है जिसे जनता देखना चाहती है।
मीडिया उसको ज्यादा सनसनीखेज बनाकर प्रस्तुत करती है। अध्यक्षता कर रहे महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि वर्तमान दौर में पत्रकारों को स्व राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय से सीख लेनी चाहिए। उनके विचार आज भी हमारी स्मृतियों में कैद है। कार्यक्रम को पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय बादल, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश पाठक, कम्यूनिष्ट नेता सूर्यकांत पाण्डेय, विशाल मिश्रा, ने सम्बोधित किया। प्रेस क्लब के सचिव त्रियुग नारायन तिवारी ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। आभार वरिष्ठ पत्रकार रमाशरण अवस्थी ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिला शासकीय अधिवक्ता सिविल रामकुमार राय, जिला शासकीय अधिवक्ता राजस्व अनिल अग्रवाल, भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, कांग्रेस नेता राजेन्द्र प्रताप सिंह, उग्रसेन मिश्रा, व्यापारी नेता सुशील जायसवाल, प्रोफेसर विक्रमा प्रसाद पाण्डेय, परमानंद मिश्रा, विद्याकांत द्विवेदी, देवेश तिवारी, आकाश मणि तिवारी, पवन मिश्रा अमित मिश्रा, रोहित पाण्डेय, मोहित पाण्डेय, प्रवीण तिवारी, विवेकानंद पाण्डेय, प्रमोद पाण्डेय, रामकुमार सिंह अधीर प्रदीप, बसपा नेता सुनील पाठक, अधिवक्ता वीरभानु प्रताप सिंह, विजय ओझा, परमराज वर्मा, वीरेन्द्र मौर्या, तेजनारायन द्विवेदी, हिमांशु त्रिपाठी, निखिल त्रिपाठी, रोहित मेहरोत्रा, केपी मिश्रा, प्रदीप पाठक, सुदीप्त भौमिक मौजूद रहे।