बबिता हत्याकाण्ड का खुलासा, शादी का दबाव डालना बना हत्या का कारण
अयोध्या। जयसिंहमऊ बडे़ जंगल में गला कटी महिला के मिले शव का खुलासा करते हुए पुलिस ने उसके प्रेमी और प्रेमी के साथी को गिरफ्तार कर जेल की राह दिखा दिया। हत्याकाण्ड का खुलासा पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय कुमार ने किया।
उन्होंने बताया कि तारून थाना क्षेत्र के ग्राम जयसिंहमऊ बड़े जंगल में 2 फरवरी को 40 वर्षीय महिला का शव मिला था जिसकी हत्या चाकू से गला काटकर की गयी थी। मौका-ए-वारदात से रक्त रंजित चाकू भी बरामद किया गया है। मृतका के पास बरामद पर्स से उसका आधार कार्ड मिला था जिससे उसकी शिनाख्त बबिता पत्नी भगवान दास निवासिनी दराजपुर, इब्राहिमाबाद थाना कोठी जनपद बाराबंकी के रूप में हुई थी। पुलिस ने मृतका के पति भगवान दास से पूंछताछ किया तो पता चला कि डेढ़ साल से बबिता अपने घर से चली गयी थी और शहर के नाका स्थित एक फूल माला बेचने वाले रिश्तेदार के यहां रहकर खाना बनाने का कार्य करती थी। बबिता के रिश्तेदार ने ही तारून थाना में मु.अ.सं. 25/19 आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
उन्होंने बताया कि हत्याकाण्ड का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम लगायी गयी जिसमें सर्विलांस टीम भी शामिल थी। खोजबीन के बाद पता चला कि बबिता के माता-पिता नहीं थे और वह इधर उधर घूमती रहती थी। वह कई लोगों के सम्पर्क में आयी जिसमें राम बहोर वर्मा भी एक था। राम बहोर वर्मा पुत्र स्व. सत्य राम वर्मा निवासी ग्राम सूल्हेपुर थाना बीकापुर देवकाली में कमरा लेकर अपने साथी हरीराम मिश्रा पुत्र त्रिभुवन मिश्रा निवासी ग्राम लक्ष्मण का पुरवा थाना इनायतनगर के साथ रहता था। बबिता का आनाजाना राम बहोर वर्मा के देवकाली स्थित आवास पर था तथा उसका प्रेम सम्बन्ध भी था। इधर काफी दिनों से बबिता राम बहोर वर्मा पर शादी करने का दबाव डाल रही थी। राम बहोर 40 वर्षीय बबिता से शादी नहीं करना चाहता था इसी बींच साथी हरीराम मिश्रा जिसपर दो दर्जन से अधिक मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज हैं ने बबिता की हत्या करने की सलाह दिया। हरीराम मिश्रा ने राम बहोर वर्मा से कहा कि वह बबिता को किसी जंगल में ले जाय और चाकू से गला काटकर मार डाले। उन्होंने बताया कि योजना अनुसार राम बहोर वर्मा अपनी साइकिल पर बैठाकर बबिता को जैसिंहमऊ बड़े जंगल में ले गया रात्रि में वाद विवाद बढ़ा तो राम बहोर वर्मा ने अपने साथ ले गये चाकू से बबिता का गला रेत दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। शव को जंगल में छोड़कर वह देवकाली स्थित अपने आवास पर आ गया।
उन्होंने बताया कि मामले का खुलासा हो जाने के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर बुधवार को प्रातः 9 बजे पिपरी जलालपुर मोड से राम बहोर वर्मा और हरीराम मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि घटना के चार दिन के भीतर पुलिस ने जिस तरह हत्याकाण्ड का खुलासा किया उसके लिए वह तारीफ की पात्र है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हत्याकाण्ड का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रूपये पारितोषिक देने की घोषणा किया है। पत्रकार वार्ता में सीओ बीकापुर अरविन्द चौरसिया भी मौजूद थे। बबिता हत्याकाण्ड का खुलासा करने वाले दल में तारून थानाध्यक्ष रिकेश कुमार सिंह, उप निरीक्षक मनोज कुमार, उप निरीक्षक शिवानन्द यादव, आरक्षीगण मोहित यादव, सुभाष यादव, सचिन पाण्डेय, मुस्लिम अहमद व स्वाट टीम के प्रभारी सुनील कुमार सिंह, हेड कास्टेबल बलवंत सिंह, आरक्षीगण अजय सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, राजेश यादव, मुकेश यादव, प्रियेश तिवारी, विनय प्रकाश राय, संजय यादव, विजेन्द्र कुमार,नीरज सिंह व चन्द्रभान यादव शामिल थे।