-रामनगर कालोनी में आयोजित तीन दिवसीय सन्त जन्मोत्सव का हुआ समापन
अयोध्या। व्यक्ति का अहंकार ही उसका सबसे बडा दुश्मन है अहंकार वाले व्यक्ति का समाज मे कोई स्थान नही है यह बाते संत सतरामदास दरबार के पीठाधीश्वर साई नितिनराम ने संत जन्मोत्सव के तीसरे दिन रामनगर कालोनी स्थित संत सतरामदास दरबार मे कही जन्मोत्सव का समापन शनिवार को होगा नितिनराम ने कहा कि व्यक्ति को बडी सरलता व नम्रता से जीवन बिताना चाहिए और ईश्वर की भक्ति पर विश्वास रख कर जीवन व्यतित करना चाहिए नागपुर से आये साई दिलीप कुमार ने कहा कि भारत मोहबब्त का देश है सभी को एक दूसरे से प्यार और व्यवहार के साथ रहना चाहिए शिवालय परिवार के मंहत गणेश राय ने कहा कि प्रेम और आपसी भाईचारे से ही अमन चैन बना रहता है
दरबार के प्रवक्ता ओमप्रकाश ओमी ने कहा कि जन्मोत्सव के तीसरे दिन मध्य प्रदेश के शहर ग्वालियर से गायक दिव्यांश, चिरगांव से मास्टर सोनू,कानपुर से सौम्या पंजवानी, अजमेर से भगत लवि, झासी से उदयराज व लखनऊ से सरदार सुखविंदर सिंह, विजय कुमार ने सिंधी भजनो व सूफी कलामो नाले अलख ते,दमा दम मस्त कलंदर, ठार माता ठार, सचो सतराम मस्त आ, आयोलाल झूलेलाल आदि गीतो को प्रस्तुत किया इस मौके पर संत सतरामदास, संत रुणाराम, अमर शहीद संत कंवरराम, संत जगतराम, संत वासदेव राम की आरती हुई इस मौके पर मुकेश रामानी, राजेश माखेजा, कुमार केवलरामानी, उमेश संगतानी, प्रेम साधवानी, भारती खत्री,एकता जीवानी, भावना वरियानी, सौरभ लखमानी, गुडडू केवलरामानी, रजीत केवलरामानी, लखन केवलरामानी, भजन कालानी आदि मौजूद थे।