-निजी कंपनी द्वारा वसूले जा रहे शुल्क व धार्मिक स्वतंत्रता पर अंकुश के खिलाफ कांग्रेस ने जताया विरोध
अयोध्या। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सुनील कृष्ण गौतम ने गुप्तार घाट पर कवच कंपनी द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों के खिलाफ गहरा रोष प्रकट किया है।
उन्होंने एक जारी प्रेस नोट में कहा कि फैज़ाबाद का ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व वाला गुप्तार घाट सदैव से स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। यह घाट फैज़ाबाद का एकमात्र प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। किंतु हाल ही में नगर निगम प्रशासन की अनुमति और भारतीय जनता पार्टी की शह पर कवच नामक निजी कंपनी को घाट का संचालन सौंपकर उसका व्यावसायीकरण कर दिया गया है।
कंपनी ने गुप्तार घाट पर 40 रूपये का अनिवार्य प्रवेश शुल्क लगा दिया है। इसके अलावा पार्क में प्रवेश हेतु अलग शुल्क लिया जा रहा है। यही नहीं, कंपनी द्वारा लगाए गए बोर्ड में यह तक लिखा गया है कि गुप्तार घाट में किसी भी धार्मिक आयोजन से पूर्व कंपनी से अनुमति लेनी अनिवार्य होगी। यह निर्णय सीधे-सीधे स्थानीय नागरिकों की धार्मिक स्वतंत्रता एवं सांस्कृतिक परंपराओं पर प्रहार है।
कांग्रेस पार्टी के महानगर अध्यक्ष सुनील कृष्ण गौतम ने इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी विकास के नाम पर फैज़ाबाद की जनता को उनकी ही धरोहर से बेगाना कर रही है। गुप्तार घाट पर निजी कंपनी की मनमानी आमजन के अधिकारों का हनन है। कांग्रेस पार्टी भाजपा को चेतावनी देती है कि जिस प्रकार फैज़ाबाद की आवाम ने उसे लोकसभा चुनाव में सबक सिखाया है, आने वाले समय में जिले की विधानसभा और नगर निगम चुनाव में भी भाजपा का सुपड़ा साफ हो जाएगा।”
महानगर अध्यक्ष सुनील कृष्ण गौतम ने आगे कहा कि यदि नगर निगम प्रशासन और स्थानीय प्रशासन इस अन्यायपूर्ण निर्णय को तत्काल वापस नहीं लेते, तो कांग्रेस पार्टी फैज़ाबाद की जनता के साथ मिलकर जनआंदोलन छेड़ेगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी भाजपा सरकार और प्रशासन की होगी। महानगर अध्यक्ष सुनील कृष्ण गौतम ने प्रशासन से यह मांग की है कि गुप्तार घाट पर स्थानीय नागरिकों पर लगाया गया प्रवेश शुल्क तुरंत समाप्त किया जाए। घाट पर धार्मिक आयोजनों पर निजी कंपनी की अनुमति लेने की बाध्यता समाप्त की जाए।गुप्तार घाट को पूर्ववत सार्वजनिक और निशुल्क प्रवेश योग्य स्थल घोषित किया जाए। कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करना चाहती है कि जनता की आस्था और अधिकारों से खिलवाड़ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।