सोमवार की शाम गन्ना के खेत के पास पेड़ से लटका मिला कंकाल
अयोध्या। एक माह पहले गांव से लापता स्नातक की छात्रा का शव सोमवार शाम बरामद हो गया। गुमशुदगी की रिपोर्ट में हत्या की धाराओं को बढ़ाते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।घटना बीकापुर कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव परुवा की है। गत 05 अक्टूबर. 20 को वादी रामप्रकाश कन्नौजिया ने कोतवाली बीकापुर में खुद की 20 वर्षीय पुत्री के 27 सितम्बर 20 शाम 7 बजे कहीं चले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसी क्रम में 26 अक्टूबर 20 को वादी की लिखित तहरीर देकर आरोप लगाया कि नसरुद्दीन उर्फ शेरू खान निवासी सरायभनौली मेरी पुत्री को कहीं लेकर चला गया। जिसने मेरी मोबाइल पर धमकी भी दी है। पुलिस ने रिपोर्ट में एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के बढ़ा दिया। सोमवार को बसंता पुर के पास खेत मे सड़ा गला शव बरामद होने पर पिता की लिखित तहरीर पर हत्या की धाराओं को बढ़ाते हुए मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। पीड़ित ने तहरीर में आरोप लगाया था कि आरोपी नसरुद्दीन उर्फ शेरू खान ने पुत्री की हत्या कर शव को पेड से लटका दिया। आरोपी की तलाश में लगी पुलिस को मंगलवार को मुखबिर ने सूचना दी। जिसकी सूचना पर पिपरी तिराहे पहुंची पुलिस ने संदिग्ध को पकड़ लिया। पूछताछ में अपना नाम नसरुद्दीन उर्फ शेरू खान निवासी सरायभनौली थाना कोतवाली बीकापुर जनपद अयोध्या बताया। अभियुक्त को उसके जुर्म से अवगत कराते हुए गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक इंद्रेश कुमार सिंह, कांस्टेबल रामप्रवेश यादव, अनुज कुमार सिंह, सुरजीत कुमार सिंह शामिल रहे।
एक माह पूर्व चेत जाती पुलिस तो बच जाती छात्रा की जान
अयोध्या। गत 27 सितम्बर को स्नातक की छात्रा शाम में अचानक लापता हो गई। खोजबीन के बाद पिता ने नामजद तहरीर दी लेकिन पुलिस सक्रिय नही हुई। जनपद के बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम परूवा की एक सूनसान बाग से सोमवार की शाम लगभग 3 बजे पेड़ से लटकी लाश बरामद हुई जिसकी पहचान 20 वर्षीय ज्योति पुत्री राम प्रकाश कनौजिया के रूप में हुई। पिता का कहना था कि बेटी वीरबाबा डिग्री कालेज मलेथू कनक में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। 27 सितम्बर को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए नसरूदीन उर्फ शेरू के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया गया था। लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। महीनों दौड़कर थकहार कर 25 अक्टूबर को डीआईजी को स्वयं प्रस्तुत होकर तथा जरिये रजिस्टर्ड डाक प्रार्थना पत्र देकर प्राथमिकी दर्ज करने व उचित कार्रवाई की याचना की। आरोप है कि बाद में कोतवाली बीकापुर में रामप्रकाश को बुलवाकर अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराने का दबाव बनाया गया। परन्तु राम प्रकाश ने तहरीर बदलने से इनकार कर दिया। डीआईजी के आदेश के अनुपालन में पुलिस ने शेरू को पकड़ा भी लेकिन उसी दिन छोड़ भी दिया। इस घटनाक्रम के दो दिन बाद ही सोमवार को ज्योति की लाश ग्रामवासियों को पेड़ से लटकी दिखी जो कई दिन की होने के कारण क्षत विक्षत हो गयी थी। बीकापुर कोतवाली पुलिस ने सूचना पाकर आवश्यक कार्रवाई करके आनन-फानन मे लाश का पोस्टमार्टम कर दिया। जिसका अन्तिम संस्कार मंगलवार को सुबह गांव में किया गया। पूरा गांव शोक संतप्त है और बस एक ही चर्चा है कि यदि समय से राम प्रकाश की गुहार बीकापुर पुलिस ने सुन ली होती तो शायद यह घटना न होती। वहीं डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का पता नही चल सका। फोरेंसिक जांच व एक्सपर्ट से राय ली जा रही। मामले की विवेचना पुलिस कर रही। सख्त कार्रवाई होगी। आरोपी को जेल भेजा गया है।