-पांच जोन और 32 सेक्टरों में बंटी व्यवस्था, 80 मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मेला की तैयारियां इस बार और अधिक भव्यता के साथ शुरू हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस पावन आयोजन को न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र माना है, बल्कि इसे सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक भी बताया है। हर वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अक्षय नवमी तिथि को आयोजित होने वाली 14 कोसी परिक्रमा का धार्मिक महत्व अत्यंत गहरा है।
मान्यता है कि इस परिक्रमा को श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न करने से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी कारण लाखों श्रद्धालु हर वर्ष देश के कोने-कोने से अयोध्या पहुंचकर भगवान श्रीराम के पावन धाम की परिक्रमा करते हैं। जो इस वर्ष 14 कोसी परिक्रमा 29 अक्टूबर को रात 4:51 बजे से शुरू होकर 30 अक्टूबर को रात 4:40 बजे तक चलेगी। दूसरी ओर पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ देवउठनी एकादशी तिथि के दिन होगा। यह परिक्रमा 31 अक्टूबर, शुक्रवार की रात्रि 12 बजकर 4 मिनट से प्रारंभ होकर 1 नवंबर, शनिवार की देर रात्रि 2 बजकर 57 मिनट तक संपन्न होगी।
भव्य और सुव्यवस्थित आयोजन के लिए प्रशासनिक तैयारी तेज
योगी सरकार ने इस वर्ष के मेले को पूरी तरह भव्य, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग को 5 जोन और 32 सेक्टरों में विभाजित किया है, ताकि नियंत्रण और व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि परिक्रमा मार्ग पर करीब 80 मजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई है।
जिसमें सुपर जोनल, सब जोनल, सेक्टर और स्टैटिक मजिस्ट्रेट शामिल हैं। ये सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, आपात स्थिति से निपटने और श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए लगातार सक्रिय रहेंगे। वहीं राम की पैड़ी स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में मेला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। इस नियंत्रण कक्ष में छह वरिष्ठ अधिकारी तथा तीन सहयोगी अधिकारी तैनात किए गए हैं। सभी अधिकारी तीन शिफ्टों में ड्यूटी करेंगे ताकि मेले की निगरानी और समन्वय में कोई बाधा न आए।
रेलवे क्रॉसिंग पर विशेष सतर्कता, पुलिस बल 24 घंटे मुस्तैद
प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग पर विशेष रूप से रेलवे विभाग से समन्वय किया है। रेलवे क्रॉसिंग जैसे संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। रेलवे को निर्देश दिए गए हैं कि परिक्रमा के दौरान ट्रेनें हॉर्न बजाकर सावधानीपूर्वक गुजरेँ। इसके साथ ही प्रमुख स्थानों पर 24 घंटे निगरानी के लिए पुलिस बल तैनात रहेगा।
श्रद्धालुओं को मिलेगा सुरक्षित और शांतिपूर्ण अनुभव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि परिक्रमा में शामिल होने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को सुरक्षित, स्वच्छ और शांतिपूर्ण अनुभव प्राप्त हो। इस दिशा में प्रशासन ने स्वच्छता, पेयजल, चिकित्सा सुविधा, विश्राम स्थल और अस्थायी शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की है। इसके अलावा मार्गदर्शन केंद्र भी बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को मार्ग की जानकारी आसानी से मिल सके।
कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन से मिलेगी तुरंत मदद
किसी भी प्रकार की सूचना या सहायता के लिए कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु मोबाइल नंबर 9120989195 अथवा 05278-232043, 232044, 232046, 232047 पर संपर्क कर सकते हैं।
पांच स्थानों पर खोया-पाया केंद्र स्थापित
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पांच प्रमुख स्थानों पर खोया-पाया केंद्र स्थापित किए गए हैं। बंधा तिराहा, तुलसी उद्यान, हनुमानगढ़ी, कोतवाली अयोध्या और सरयू आरती स्थल। इन केंद्रों की मदद से कई भूले-बिसरे लोगों को उनके परिजनों से मिलाया जा सकेगा।
स्थानीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक गौरव को भी मिलता है संबल
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि 14 कोसी व पांच कोसी परिक्रमा मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार को भी सशक्त बनाता है। मेले के दौरान स्थानीय व्यापारी, हस्तशिल्पकार और छोटे दुकानदार अपने उत्पादों को श्रद्धालुओं तक पहुंचाते हैं, जिससे उनकी आजीविका को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार इस आयोजन को सांस्कृतिक महोत्सव के रूप में भी प्रचारित कर रही है, ताकि अधिक से अधिक लोग अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ सकें।