दहशतगर्दी लाती है नेशनल-एंग्जायटी : डा. आलोक मनदर्शन

by Next Khabar Team
A+A-
Reset

-आतंकी-नरसंहार बनता है जन-मनोआघात, आतंकी-हादसा लाता है गम व गुस्सा

अयोध्या। कश्मीर घाटी के पहलगाम आतंकी-नरसंहार ने देश को बेचैनी,दुःख व गुस्से के मनोभाव से भर दिया है। मनोविश्लेषण की भाषा में इस मनोदशा को नेशनल रिएक्टिव- एंग्जायटी कहा जाता है।

आक्रोश- प्रदर्शन व मार्च जैसी युक्तियां दहशतगर्द घटनाक्रम से उपजे देशव्यापी दुःख व गुस्से की अभिव्यक्ति होती है, क्योंकि इस तरह की घटना से समूचे देश के लोग अपनों को खोने वालों से समानुभूति व मनोआघात महसूस करते हैं। मानवता को झकझोरने वाली इस घटना से स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसाल व ऐड्रीनलिन का स्तर लोगों के मन मस्तिष्क मे बढ़कर व्यक्तिगत व सामूहिक स्तर पर प्रोएक्शन व रिएक्शन की आम मनोदशा बनती जा रही है, जिसकी अभिव्यक्ति समूह वार्तालाप व सोशल मीडिया की पोस्ट में त्वरित दिखने के साथ, पीड़ित व्यक्ति या समूह के प्रति समानुभूति व सहानुभूति के मनोभाव जनव्याप्त हो रहें हैं।

दहशतगर्दी व देश के दुश्मनो के प्रति गुस्सा व पीड़ित के प्रति संवेदना के मनोभाव के हार्मोन एड्रीनलिन व ऑक्सीटोसिन का स्राव बढ़कर एकता व एकजुटता के प्रदर्शन व मार्च जैसे रिएक्टिव-प्रोएक्शन का रूप ले रहे हैं । रिएक्टिव- प्रोएक्शन पूरे विश्व में विभिन्न रूप मे समय समय पर दिखाई पड़ते रहते हैं ।

नेशन-वाइड प्रोटेस्ट सामाजिक,सांस्कृतिक व धार्मिक विविधता से परे होकर आम नागरिक के राष्ट्र धर्म के दायित्वों की अभिव्यक्ति होती है, जिससे दमित गुस्से व गम को व्यक्त कर मन हलका होता है तथा एक जीवंत व जिम्मेदार नागरिक होने की आत्मसंतुष्टि के हार्मोन डोपामिन व सेरोटोनिन का मनोसंचार होता है। यह बातें डा आलोक मनदर्शन ने भवदीय पब्लिक स्कूल में आयोजित पहलगाम टेरर-अटैक से उपजे जन-मनोदशा विश्लेषण संगोष्ठी में कही।

नेक्स्ट ख़बर

अयोध्या और आस-पास के क्षेत्रों में रहने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना स्रोत है। यह स्थानीय समाचारों के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक घटनाओं की प्रामाणिकता को बनाए रखते हुए उपयोगी जानकारी प्रदान करता है। यह वेबसाइट अपने आप में अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक डिजिटल दस्तावेज है।.

@2025- All Right Reserved.  Faizabad Media Center AYODHYA

Next Khabar is a Local news Portal from Ayodhya