-एनपीएस, यूपीएस व निजीकरण के विरोध में मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
अयोध्या। ऑल टीचर्स एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली और एनपीएस/यूपीएस तथा निजीकरण के विरोध में कई संगठनों के समर्थन के साथ भारी बारिश के बीच गांधी पार्क से सिविल लाइन रिकाबगंज से लेकर रोष मार्च के तहत जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौपा।
इससे पूर्व गांधी पार्क में भारी संख्या में इकट्ठा होकर राज्य/केन्द्र सरकार से पुरानी पेंशन बहाली के लिए जबरदस्त नारेबाजी किया,जिसमें जनपद के हजारों शिक्षक व कर्मचारी शामिल रहे।प्रमुख रूप से शिक्षणेत्तर संघ ,राजकीय नर्सेज संघ ,पीडब्ल्यूडी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, कर्मचारी एसोसिएशन ,सिंचाई कर्मचारी संघ, विद्युत कर्मचारी संघ ,सफाई कर्मचारी संघ, पी.एस.पी एस.ए. संघ सहित तमाम शिक्षक व कर्मचारी संगठन शामिल रहे।
इस रोष मार्च में शामिल सदस्यों ने कहा कि 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है और सरकार कई विभागों का निजीकरण करने की तैयारी कर रही है जिसका अटेवा विरोध दर्ज करा रहा है पुरानी पेंशन बहाली होने तक अटेवा शिक्षकों व कर्मचारियों की लड़ाई लड़ता रहेगा,अटेवा के जिला संयोजक विजय प्रताप सिंह ने कहा 2005 के बाद से नियुक्त कर्मचारियों के लिए पेंशन बंद कर दी गई और सरकार द्वारा लाई गई यू.पी.एस.का कोई स्थायित्व नहीं है पुरानी पेंशन बहाली तक अटेवा का संघर्ष जारी रहेगा,जनपद महामंत्री उमा शंकर शुक्ल ने कहा कि पेंशन शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए जीवन भर की पूंजी होती है शिक्षक / कर्मचारी पूरा जीवन सेवा में लगा देते हैं उसके बाद बुढ़ापे में पेंशन न मिलने से शिक्षक व कर्मचारी दर-दर भटकने को मजबूर होंगे।
अटेवा के कोषाध्यक्ष राम शौक राजभर ने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करना ही होगा नहीं तो अटेवा पूरे देश में आंदोलन करने को मजबूर होगा,जिला प्रभारी हृदयारम ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अत्यंत आवश्यक है इसलिए सरकार को गंभीरता से विचार करके जल्द ही पुरानी पेंशन बहाल करना चाहिए,नर्सेज संघ की पूनम गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा शेयर बाजार पर आधारित यूनिफाइड पेंशन प्रणाली/एनपीएस को समाप्त करके पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करना चाहिए तथा निजीकरण पर भी रोक लगानी चाहिए।
कार्यक्रम में संगठन के अंजनी कुमार ओझा, हेमलता, शिवेंद्र सिंह सुनील प्रियदर्शी, राकेश शिव बहादुर पंकज यादव पीएसपीएसए पाठक, सभाजीत वर्मा , अरविंद सिंह, ओमप्रकाश तिवारी इमरान खान , बलराम यादव आदि शिक्षक व कर्मचारी शामिल रहे। पेंशन पदयात्रा पर प्रशासन के लोग भी मुस्तेदी से नजर बनाए हुए थे।