अयोध्या। तथागत गौतम बुद्ध की जयंती हनुमत नगर जनौरा में गोष्टी के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर तथागत गौतम बुद्ध को पुष्प अर्पित किया गया गोष्ठी को संबोधित करते हुए सदस्य विधान परिषद लीलावती कुशवाहा ने कहा कि तथागत गौतम बुद्ध का प्रारंभिक नाम सिद्धार्थ था बचपन से ही वह बहुत बुद्धिमान और ज्ञानी थे वह बाल अवस्था में ही ज्ञान प्राप्ति के लिए घर गृहस्ती त्याग दिए और ज्ञान प्राप्ति के लिए निकल पड़े । श्रीमती कुशवाहा ने जो देकर कहा कि तथागत गौतम जी ने कहा था बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि, तथागत गौतम बुद्ध जी के विचारों को डॉ. भीमराव अंबेडकर और डॉ. लोहिया जी भी मानते मानते थे श्रीमती कुशवाहा ने आगे कहा कि इस दिन को पूरी दुनिया के लोग आज भी बुद्ध जयंती के रूप में अपने अपने घरों में मना रहे हैं बुद्ध जी मानवता के प्रतीक थे तथागत गौतम बुद्ध जी ने सबको एकता का संदेश दिया सपा के वरिष्ठ नेता भीमल कुशवाहा ने कहा कि तथागत गौतम बुध जी ने करुणा सहिष्णुता का संदेश दिया गोष्ठी में खुशीराम यादव, दुर्गा गुप्ता, सत्य प्रकाश यादव, अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, जगेश्वर मौर्य, अलका कुशवाहा, ज्योति श्रीवास्तव, नंदलाल मोर्य, अर्जुन मोर्या, भानमती यादव, विनोद यादव, आस्था सिंह कुशवाहा, सुनीता मौर्य, हरिनाथ यादव आदि लोगों ने अपने-अपने विचार को व्यक्त किया।
तथागत गौतम बुद्ध की जयंती पर उनके बताये मार्ग पर चलने का लिया संकल्प
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