-पशु चिकित्सा में नवाचार : वर्तमान परिवेश एवं भविष्य पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई संपन्न
मिल्कीपुर-अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पशुचिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय के पशु औषधि विभाग द्वारा वेटरनरी इंटरनल एवं प्रीवेंटिव मेडिसिन नामक संगठन के सहयोग से पशु चिकित्सा में नवाचार : वर्तमान परिवेश एवं भविष्य के निहितार्थ विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी दिनांक 7 मई को संपन्न हुई । इस संगोष्ठी के मुख्य अतिथि नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर श्री एस के दौरा से तथा विशिष्ट अतिथि डॉ आर के दूरियां, प्रसार निदेशक राजस्थान पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय बीकानेर थे ।इसके अतिरिक् मंच पर वीआईपीएम संगठन के अध्यक्ष डॉ ए.यू. भिकाने, सचिव डॉ अशोक कुमार, अधिष्ठाता पशुचिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय डॉक्टर आर.के. जोशी आयोजक सचिव डॉक्टर सत्यव्रत सिंह एवं डॉ जे.पी. सिंह उपस्थित रहे ।
मुख्य अतिथि एस के डोरा नवाचार को प्रगति का साधन बताया । समापन समारोह में विभिन्न प्रदेशों से आए हुए छात्र छात्राओं को उनके शोध कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया ।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित पशु चिकित्सा पशु पालन संकाय सदस्यों को भी उनके शोध कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया । इस संगोष्ठी में 168 छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों ने पंजीकृत कराया। संगोष्ठी में 96 व्याख्यान प्रस्तुत किए गए । इस संगोष्ठी का आकर्षण का केंद्र यंग साइंटिस्ट अवार्ड के लिए 20 छात्रों के बीच हुई प्रतियोगिता था । देश के विभिन्न प्रांतों से आए शोधार्थियों ने अपने उत्कृष्ट शोध कार्य से पशु चिकित्सा औषधी में नवाचार पर परचम फहराया ।
मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने इतने बड़े स्तर पर आयोजित संगोष्ठी की सफलता का श्रेय कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के कुशल मार्गदर्शन एवं विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य डॉ नमिता जोशी डॉ देबाशीष नियोगी डॉक्टर मुकेश डॉक्टर, डॉक्टर नवीन कुमार, डॉक्टर राजेश कुमार, डॉ रुमा डॉक्टर विभा इत्यादि के अथक प्रयासों का प्रतिफल बताया । कार्यक्रम का संचालन आयोजक सचिव डॉ सत्यव्रत सिंह एवं समापन तथा धन्यवाद प्रस्ताव आयोजक सचिव डॉ जीपी सिंह द्वारा किया गया।