अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के ललित कला (फाईन आर्ट्स) विभाग तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में चल रही नौ दिवसीय पेन्टिग कार्यशाला के अर्न्तगत प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहर आधारित तैल चित्रण कार्य किया गया जिसमे अवध की विभिन्न एतिहासिक धरोहर को चित्रित करते हुए अन्तिम स्वरूप प्रदान किया। कैनवास आधारित इस पेन्टिग कार्यशाला में फाईन आर्ट्स के सभी छात्र-छात्राओं ने अपनी कलाकृतियों को विभागीय शिक्षकों की देख रेख में अन्तिम स्वरूप प्रदान किया। कार्यशाला की बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड आर्थिक संघ की क्षेत्रीय समन्वयक प्रो0 मृदुला मिश्रा ने सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के कलात्मक कार्यो की सराहना की। ललित कला के समन्वयक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कौटिल्य आर्ट गैलरी को सामान्य जनमानस के अवलोकनार्थ लोकार्पित कर दिया जायेगा।
पेन्टिग कार्यशाला की संयोजिका डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि पिछले नौ दिनो से चल रही कार्यशाला में छात्र-छात्राओं द्वारा ’’ग्राफिंटग पद्धति’’ लीनो पद्धति वाश पेन्टिग के साथ स्थापत्य कला शैली में आकर्षक एवं रमणीक कलाकृतियों को विशेषज्ञ कलाकारो के निर्देशन में पूरा किया जा चुका है। जिसके अर्न्तगत लगभग विभिन्न कला विधाओं की 90 मनमोहक एवं आकर्षक कलाकृतियाँ कौटिल्य आर्ट गैलरी में प्रदर्शन के लिए तैयार है। कार्यशाला की आयोजन सचिव श्रीमती रीमा सिंह ने बताया कि वुड पर निर्मित होने वाली कलाकृतियाँ कलात्मक उभार के स्वरूप में होगी जिसमें परम्परागत अवध की शैली को विश्लेषित करने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर श्रीमती सरिता सिंह, डॉ0 रचना श्रीवास्तव, दिलीप कुमार पाल, विजय कुमार शुक्ला, हीरा लाल यादव, शिव शंकर यादव के साथ विभागीय छात्र-छात्राएं मौजूद रही।