हड़ताल से कार्यालयों में पसरा रहा सन्नाटा
अयोध्या। कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच उ0प्र0 के अवाह्न पर ओ0पी0 सिंह (संयोजक) एवं नीलमणि त्रिपाठी (अध्यक्ष) के नेतृत्व में हेमु कल्याणी पार्क निकट तहसील सदर अयोध्या से एकत्रित होकर सैकड़ो कर्मचारी एवं शिक्षकों ने शिक्षा भवन, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, कोषागार, कलेक्ट्रेट, उपनिबन्धक कार्यालय, विकास भवन के सभी कार्यालय, कृषि भवन, गन्ना विभाग, उद्यान विभाग, श्रम विभाग, वाणिज्य कर कार्यालय जुलूस की शक्ल में भ्रमण कर आंदोलन को सफल बनाने हेतु जमकर नारेबाजी की। ओ0पी0 सिंह (संयोजक) ने कहा कि आंदोलित साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन की बंदरघुडकी से डरने वाले नहीं है कर्मचारी अपना हक लेकर रहेंगे। नीलमणि त्रिपाठी (अध्यक्ष पेंशन बहाली मंच) ने कहा कि कोई भी शिक्षक बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी नहीं करेगा और न ही चुनाव प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। हड़ताल के कारण विभिन्न कार्यालयों में सरकारी कार्य प्रभावित हुए। डिप्लोमा इंजी0 महासंघ ने बोर्ड परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट ड्यूटी एवं चुनाव प्रशिक्षण ड्यूटी का बहिष्कार किया है। अरविन्द कुमार सिंह ने सभी से आंदोलन को सफल बनाने हेतु सहयोग की अपील की। अंत में सभी कर्मचारी एवं शिक्षक हेतु कल्याणी पार्क निकट तहसील सदर एकत्रित होकर आगे के आंदोलन को सफल बनाने हेतु अपने अपने विचार व्यक्त किया। पुरानी पेंशन बहाली हेतु आंदोलित शिक्षकों एवं कर्मचारी के जुलूस में अरविन्द कुमार सिंह, महेश चन्द्र तिवारी, नरेश शुक्ला, डेनियल भारती, राम प्रकाश सिंह, अजय शुक्ला, परमानन्द मिश्रा, कमला प्रसाद यादव, सूर्यभान सिंह, किरन कुमार श्रीवास्तव, दिनेश मिश्रा, अरविन्द श्रीवास्तव, कौशलेन्द्र सिंह, शम्भू नाथ पाठक, राम अनुज मौर्या, डॉ0 राजेश कुमार सिंह, विनय कटियार, पंकज मिश्रा, विजय चौधरी, अरूण कुमार सिंह, श्याम कृष्ण, राम बहादुर सिंह, नौशाद अली, राम लाल यादव, दिलीप कुमार सिंह, बाबू राम, राम सूमेर, रामबलि गुप्ता, अभय दूबे, राम अभिलाख यादव, हरिनाथ सिंह, त्रिभुवन मौर्या, मन्नू सिंह, दिवेन्द्र सहाय, गुड्डू सिंह, हरिओम तिवारी, डॉ0 दिनेश कान्त पाण्डेय, योगेश्वर सिंह, अरविन्द पाठक, पूनम वर्मा, माया पाण्डेय, कान्ती सिंह, किरन लता मिश्रा, रेखा सिंह, अनीता सिंह, अलोकेश रंजन, सदक हुसैन, सुभाष चन्द्र पाण्डेय, जय नारायन तिवारी, गंगा प्रसाद तिवारी, आदि शामिल रहें।