– कार का शीशा तोडक़र निकाले थे गहने और नकदी
अयोध्या। कार का शीशा तोडक़र नकदी और ज्वैलरी पर हाथ साफ करने वाले गिरोह के चार गुर्गों को गिरफ्तार कर पुलिस ने दो घटनाओं का खुलासा किया है। अंतरराज्यीय गिरोह होने से इनकी क्राइम हिस्ट्री भी दूसरे जनपदों से खंगाली जा रही है। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि प्रयागराज निवासी अरुण कुमार श्रीवास्तव निवासी 106सी अशोक नगर कैण्ट से 12 दिसंबर को अयोध्या दर्शन के लिए आया था। सरयू पुल पर कार खड़ी कर लोग दर्शन में निकले थे। कार का शीशा तोडक़र करीब 10 लाख के गहने और 35 हजार नकदी चोरी हो गई थी।
पीड़ित ने वारदात की लिखित जानकारी थाना कोतवाली पुलिस को दी। जिसके बाद उच्चाधिकारियों ने मौका का मुआयना किया। बतौर एसएसपी थाना कोतवाली कैंट में भी ऐसी वारदात हुई थी। जिसके बाद घटना केअनावरण के लिए एसपी सिटी तथा सीओ अयोध्या के पर्वेक्षण मे प्रभारी निरीक्षक अयोध्या देवेन्द्र पाण्ड़ेय तथा स्वाट टीम प्रभारी रतन शर्मा की टीम मामले की पड़ताल में लगी थी। शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर टीम काशीराम कॉलोनी पहुंची। मुखबिर के बताए स्थान से चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की। अभियुक्त ने घटना की संलिप्ता स्वीकारी। पकड़े गए अभियुक्तों में रहीमुल अंसारी निवासी नांचा थाना बेला जनपद सीतामढी बिहार, उपेन्द्र सोनी निवासी ठठेरिया थाना हरैया जनपद बलरामपुर, रोहित पाण्डेय निवासी बडहर थाना हरैया बस्ती तथा शिखर मिश्रा निवासी फरेन्दा जागिर हरैया जनपद बस्ती के नाम शामिल हैं।
इनके कब्जे से चोरी गए जेवरात (कीमती करीब 10 लाख और 33 हजार नकदी के अलावा एक तमंचा 315 बोर और दो कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त आई-20 कार बरामद किया गया। एसएसपी ने बताया कि अंतरराज्यीय गिरोह होने से इनकी क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इन सभी अभियुक्तों का आपसी लिंक है। जो घटना को अंजाम देते रहते हैं। पुलिस अग्रिम छानबीन शुरू कर दी है। बताया कि संयुक्त पुलिस टीम में थाना कोतवाली अयोध्य के प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र पाण्डेय के अलावा एसआई धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा चौकी प्रभारी नयाघाट, राजेश रामदेव यादव, अभिमन्यु शुक्ला प्रभारी स्वाट टीम रतन शमा हेडकांस्टेबल स्वाट टीम अजय के अलाव अन्य कांस्टेबल शामिल रहे।