अयोध्या के समग्र विकास योजनाओं की मण्डलायुक्त ने किया समीक्षा
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या को एक विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने तथा भव्य एवं समग्र विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में आयोजित की गयी। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा मण्डलायुक्त इसके नोडल अधिकारी नामित किये गये है तथा इसकी प्रत्येक बुधवार को समीक्षा की जायेगी। इस बैठक में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा द्वारा अयोध्या के आसपास के योजनाओं पर प्रकाश डाला गया।
अयोध्या के आसपास के विकास के लगभग 257 परियोजनाएं है, जिसमें 29 निर्माण एजेंसियां कार्यरत है तथा ये योजनाएं लगभग रू0 32,164 करोड़ की योजनाएं है। इस अवसर पर नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह ने नगर निगम तथा अयोध्या विजन के अन्तर्गत वर्तमान में करायी जा रही विकास योजनाओं तथा मास्टर प्लान आदि का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। मण्डलायुक्त द्वारा अयोध्या विजन 2047 के अन्तर्गत वर्तमान में करायी जा रही परियोजनाओं तथा जनपद अयोध्या में करायी जा रही अन्य परियोजनाओं पर समीक्षा की गयी। मण्डलायुक्त ने बताया कि प्रस्तावित विकास कार्यो की शासन द्वारा नियमित मानीटरिंग शासन द्वारा की जा रही है। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या धाम तथा उसके आसपास कराये जा रहे विकास कार्यो के सम्बंध में समस्त कार्यदायी संस्थाओं, विभागों को गुणवत्ता एवं समयबद्वता के साथ कार्य करने तथा उससे सम्बंधित जानकारी को डैसबोर्ड को नियमित अपडेट करने के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त ने कहा कि इसके लिए इससे सम्बंधित डैसबोर्ड/पोर्टल (www.pmoay.com) पर सूचनाएं अपडेट किया जाय तथा कार्यो के साथ साथ उसका फोटो भी संलग्न किया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि आगामी आयोजित होने वाले दीपोत्सव से सम्बंधित क्षेत्रों एवं अयोध्या नगर निगम के अन्तर्गत क्षेत्रों के सड़कों/मार्गो पर किसी भी प्रकार से गड्ढा न हो तथा जलनिगम एवं विद्युत विभाग आदि द्वारा अपने-अपने विभागीय कार्यो के लिए सड़क आदि पर तोड़ फोड़ किया गया है उसको तत्काल ठीक किया जाय।
मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि निर्माण कार्य जो पूरे हो गये है उसकी सूची बनाते हुये उसके लोकार्पण सम्बंधी आवश्यक कार्यवाहियां किया जाय तथा मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि सूची में विभागवार एवं कार्यदायी संस्था तथा उसकी लागत एवं पूर्ण करने की शासनादेश के अनुसार तिथियां भी अंकित किया जाय तथा कोई भी इससे सम्बंधित अधिकारी या निर्माण एजेंसी का अधिकारी अपने-अपने विभागीय कार्यो को नियमित रूप से अपडेट करें तथा इस बैठक में रेलवे एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को भी बुलाने का निर्देश दिया गया। मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि जैसे जलनिगम, सिंचाई, आदि विभाग के अधिकारियों की तथा विमान प्राधिकरण आदि की कोई समस्या हो तो जिलाधिकारी अयोध्या से, नगर आयुक्त से या मुझसे शीघ्र से शीघ्र शासन से पत्र लिखवाया जाय एवं शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता भी करायी जाय, जिससे कि समय से कार्य पूरा किया जा सकें।
अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा 8 कुण्डों-ब्रहम कुण्ड, सीता कुण्ड, खजूहा कुण्ड, विद्याकुण्ड, दशरथ कुण्ड, लाल दिग्गी तालाब, श्रीर सागर एवं अग्नि कुण्ड के सौन्दर्यीकरण एवं आर्ट वर्क के कार्य की प्रगति, नगर निगम अयोध्या द्वारा समेकित ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली (स्मार्ट एण्ड सेफ सिटी प्रोजेक्ट) के अन्तर्गत 22 चैराहों पर स्मार्ट डिवाइस लगाने तथा हनुमानगढ़ी, श्रीराम जन्मभूमि, श्रीराम हास्पिटल एवं अयोध्या कैंट, बस स्टेशन पर फ्री व्हाईफाई स्पाॅट बनाने की स्थिति, सस्ंकृति विभाग द्वारा अयोध्या में सांस्कृतिक मंच (कल्चरल स्टेज) आडोटोरियम के निर्माण की स्थिति, सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग द्वारा सरयू नहर खण्ड पर राम की पैड़ी पर अविरल जल प्रवाह हेतु राम की पैड़ी रिमाडलिंग पुनरीक्षित परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण द्वारा चैरासी कोसी परिक्रमा मार्ग चैड़ीकरण की स्थिति सहित पर्यटन विभाग, धमार्थ कार्य विभाग, नगर विकास, रेलवे विभाग, उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण, लोक निर्माण विभाग समय से कार्य करें।
बैठक में अयोध्या विकास प्राधिकरण, नगर निगम, सिंचाई, संस्कृति, धमार्थ कार्य, लोक निर्माण, सेतु निगम आदि से सम्बंधित विभाग के कार्यो की गहन समीक्षा की गयी। मण्डलायुक्त ने फतेहगंज रेलवे क्रासिंग एवं मोहबरा रेलवे क्रासिंग आदि से सम्बंधित ओवरब्रिजों के निर्माण के कार्यो में तेजी लाने हेतु निर्देश दिया गया। इस बैठक में जिलाधिकारी, नगर आयुक्त के अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक तथा सम्बधित विभागों के अभियंत्रा, निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
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