रोडवेज बस से श्रमिकों को भेजा गया गृह जनपद

अयोध्या। कोविड-19 के चलते देश में लागू लाकडाउन में देश के विभिन्न प्रांतों में फंसे प्रवासी श्रमिको को उनके घरों तक पहुंचाने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को गुजराज के साबरमती से 1312 व पंजाब के जालंधर से 1188 प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल ट्रेनों के द्वारा फैजाबाद रेलवे स्टेशन लाया गया। इन ट्रेनों में अयोध्या जनपद के 40 फीसदी लोग थे तथा शेष पड़ोसी जनपदों के निवासी है।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि पंजाब के जालंधर जनपद से एक ट्रेन व गुजरात के साबरमती से एक ट्रेन, दोनों ट्रेन लगभग 2500 प्रवासी श्रमिकों को लेकर फैजाबाद स्टेशन पहुंचीं। स्टेशन पर पहुंचने पर तत्काल सभी श्रमिकों को डब्बे के अंदर बोगी में ही लंच पैकेट तथा पानी की बोतल उपलब्ध कराया गया। सभी श्रमिकों द्वारा भोजन करने के पश्चात सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए उन्हें प्लेटफार्म पर उतरवाया गया तत्पश्चात उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग व थर्मल स्क्रीनिंग करनके के साथ उनका पूरा विवरण जनपद वार बनाए गए काउंटर पर दर्ज किया गया। अयोध्या को छोड़कर अन्य जनपदों के श्रमिकों को पहले से आवंटित बसों में 28- 28 की संख्या में बैठा कर पुलिस एस्कॉर्ट के साथ गृह जनपद को रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद के जिला मुख्यालय पर बस पहुंचने पर पुलिस स्कॉर्ट्स द्वारा बसों से भेजे गए श्रमिकों को वहां के जिला प्रशासन के संरक्षण में सुपुर्द कर किया जाएगा तत्पश्चात उस जनपद के जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए श्रमिकों के लिए शासन द्वारा निर्धारित गतिविधियों का आगे संचालन किया जाएगा ।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि जनपद अयोध्या के श्रमिकों को तहसील वार अलग अलग बसों में सवार कर उनके पूर्ण विवरण के साथ तहसीलों में भेजा गया है जहां उप जिलाधिकारी के दिशा निर्देशन में भेजे गए श्रमिकों की पुनः थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे और तहसील में निर्धारित परिसर में ही श्रम विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रत्येक श्रमिकों का पंजीकरण किया जाएगा तथा श्रमिको द्वारा प्रवासी जनपद में क्या-क्या कार्य किया जाता है और उन्हें किस कार्य में महारत हासिल है को एक अलग रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा ताकि इसका एक बैंक अकाउंट तैयार किया जा सके और भविष्य में उन्हें उनके कार्यों के हिसाब से किसी कंपनी या किसी व्यापारिक प्रतिष्ठान द्वारा यदि कोई कार्य हाथ में लिया जाता है उसमे उन्हें लगाया जाए। उन्होंने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए सभी श्रमिकों को 14 दिन के राशन किट के साथ उन्हें होमकोरेन्टीन के लिए संबंधित ग्रामों में भेजा जाएगा। होम कोरेन्टीन किए गए सभी श्रमिकों का डाटा जनपद के कंट्रोल रूम में उपलब्ध रहेगा जहां से प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की जाएगी । यदि कोई श्रमिक के अंदर किसी प्रकार बीमारी का कोई लक्षण प्रकट होता है तो उन्हें तत्काल आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी सेंटर में भेजा जाएगा। होम कोरेनटाइम किए गए सभी श्रमिकों की सतत निगरानी हेतु ग्राम निगरानी समिति गठित की गई है जो प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के के बारे में पूछेगी और रिपोर्ट कंट्रोल को देगी ।सभी श्रमिको के ट्रेन से उतरने की पश्चात ट्रेन के हर बोगी को सेनेटाइजिंग टीम दुवारा सैनेटाइज कर ट्रेन को वापस भेजा जायेगा।