-मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग
अयोध्या। जनपद के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में हुए ब्लास्ट पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने पुलिस की जांच थ्योरी पर सवाल खड़ा कर दिया है। सांसद अवधेश प्रसाद ने एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट की पुलिस थ्योरी को खारिज कर दिया है। सांसद का पुलिस प्रशासन पर आरोप है कि अगर विस्फोट कुकिंग गैस सिलेंडर ब्लास्ट से हुआ तो दूसरे दिन भवन का मलवा हटाने के दौरान फिर ब्लास्ट क्यों हुआ। उनका कहना है कि यह घटना पुलिस की लापरवाही छिपाने की कोशिश है।
सांसद ने बताया कि मृतक रामकुमार गुप्ता लंबे समय से पटाखों का कारोबार कर रहा था। पिछले साल अप्रैल माह में उसके घर में हुए विस्फोट में उसकी मां, पत्नी और एक लड़की की मौत हुई थी। सपा सांसद का आरोप है कि पुलिस ने उस समय रामकुमार को खतरनाक व्यवसाय करने से नहीं रोका। गांव वालों ने उसे बाहर किया था, लेकिन उसने खेत में घर बनाकर फिर से पटाखा निर्माण शुरू किया।
अवधेश प्रसाद ने कहा कि पुलिस की लापरवाही की कीमत 6 लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। सांसद ने आरोप लगाया कि अगर यह एलपीजी ब्लास्ट होता तो पुलिस घटना स्थल पर पानी क्यों डाल रही थी; इससे पता चलता है कि बारूद मौजूद था। सांसद ने पुलिस कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि अयोध्या जनपद में तीन दिन में 13 लोगों की मौत हुई है। सात ब्लास्ट में, तीन जहरीले जंतु काटने से और तीन सड़क दुर्घटना में। पुलिस प्रशासन इसके बाद भी नई कहानी गढ़ रही है।