अयोध्या। पूर्व उप प्रधानमंत्री लौह पुरुष भारत गणतंत्र के शिल्पी प्रथम गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती और आचार्य नरेंद्र देव की 130वीं जयंती मनाई गई। निवर्तमान जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव की अध्यक्षता और निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष बीकापुर कृष्णकुमार पटेल के संचालन में जयंती मनाई गई। दोनों महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण के बाद सरदार बल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विचार गोष्ठी सम्पन्न हुई। निवर्तमान जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव ने सरदार पटेल को वर्तमान भारतीय गणतंत्र का शिल्पी बताया, लोकसभा के प्रत्याशी रहे आनंदसेन यादव ने कहा कि सरदार पटेल की ही योग्यता और कुशलता के कारण 565 देशी रियासतों को एक सूत्र में बंधना पड़ा, पूर्व राज्यमंत्री पवन पाण्डेय ने सरदार पटेल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पटेल जी ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में राजनीति में हिस्सा न लेने की शर्त पर प्रतिबंध हटाया गया था वहीं एमएलसी श्रीमती लीलावती कुशवाहा ने कहा कि आजादी की लड़ाई में संघ शामिल नहीं हुआ था। इसलिए आज वो महापुरुष उधार लेते हैं। श्रीमती कुशवाहा ने कहा कि सरदार पटेल दृढ़ता, साहस और उच्च आदर्शों के प्रतीक थे। सपा के पूर्व प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 144 वी जयंती के अवसर पर कहा कि सरदार पटेल के निर्णय दूरगामी एवं अनुशासित प्रवृत्ति के होते थे उन पर गांधीजी का बड़ा प्रभाव था धर्मनिरपेक्षता उन्हें गांधीजी से दीक्षा मे प्राप्त हुई थी। गोष्ठी को छोटेलाल यादव, स्वामीनाथ वर्मा, विजय बहादुर वर्मा, बाबूराम गोंड, अमृत राजपाल, राम चेत यादव, इन्द्रपाल यादव, त्रिभुवन प्रजापति, जगन्नाथ पाल, राकेश वर्मा, दूध नाथ यादव, सत्य नारायण मौर्य, कृष्णा निषाद, दान बहादुर सिंह आदि ने संबोधित किया।
सपा ने सरदार पटेल व आचार्य नरेन्द्र देव की मनाई जयंती
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