-अवध विवि के संत कबीर सभागार में मनाया गया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस
अयोध्या। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अयोध्या महानगर द्वारा विजयादशमी उत्सव व संघ का स्थापना दिवस डॉ. रामनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में मनाया गया। सर्व प्रथम कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर व कुलपति सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह, मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक मनोज जी, अयोध्या विभाग के सह संघचालक व महानगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी श्रीमान मुकेश तोलानी व महानगर संघचालक प्रो. विक्रमा प्रसाद पांडेय ने भगवान राम के चित्र पर माल्यार्पण कर प्रतीक स्वरूप शस्त्र पूजन किया।
बड़ी संख्या में उपस्थित स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए सह प्रान्त प्रचारक मनोज जी ने भगवान राम व उनके वनवासी जीवन से जुड़े तमाम प्रसंगों का उदाहरण देते हुए भारत वर्ष की गौरवमयी संस्कृति, सनातन धर्म, समरस समाज से जुड़ी हुई बातों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश में वो कौन सी परिस्थितियां रही होंगी जिनके कारण डॉ हेडगेवार को संघ की स्थापना करने की आवश्यकता पड़ी, स्वतंत्रता की लड़ाई में असहयोग आंदोलन के बाद 27 जुलाई 1922 में डॉ हेडगेवार जी को सश्रम कारावास होता है और जेल से छूटने के बाद वे महर्षि अरविंद से मिलते है।
महर्षि अरविंद कहते हैं कि ये देश तो आजाद हो जाएगा किंतु आजादी को बनाये रखने के लिए हिंदू समाज को संगठित करना आवश्यक है। उसी के बाद महर्षि अरविंद की प्रेरणा से 1925 में डॉ. हेडगेवार ने विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की और तब से यह संगठन निरंतर हिन्दू समाज को सशक्त करने का विश्व्यापी कार्य कर रहा है। आदि शक्ति मां दुर्गा का उदाहरण देते हुए कहा कि आज समाज को मां काली की भूमिका में होना चाहिए समाज को रक्तबीज जैसे भ्रष्टाचारी, दुराचारी, आतंकी, व छुवाछूत के राक्षस का नास करना चाहिये उन्हें समाज मे पैदा होने से रोकना है वहीं सरकार को मां दुर्गा की भूमिका में होना चाहिए समाज मे जो रक्तबीज बचे रह जाय उनपर सरकार बुलडोजर चला कर खत्म करें।
चाहे वह राक्षस रूपी पीएफआई का आतंकी हो, चाहे आईएसआई का या कोई हिन्दू ही आतंकी सब को समाप्त करना चाहिए। जब समाज और सरकार दोनों मिलकर अच्छा कार्य करेंगे तो देश निश्चित ही पूरी दुनिया मे पूज्यनीय राष्ट्र बनेगा।
प्रो अजय प्रताप सिंह ने अपने भाषण में कहा कि देश में जब राष्ट्रवाद बढ़ जाएगा तब जातिवाद अपने आप समाप्त हो जाएगा। श्री लंका का उदाहरण देते हुए बताया कि जिस देश में राक्षसी प्रवित्तियाँ बढ़ेंगी उस देश का विनाश निश्चित होगा। इसलिए राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाने के साथ भौतिक वाद को रोकना जरूरी है। क्योंकि भौतिक वाद बढ़ेगा तो राछसी प्रवित्तियाँ अपना रूप दिखाएंगी।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे महानगर कार्यवाह देवेन्द्र ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।