अयोध्या। कोरोना से मौत की दर कम लेकिन संक्रामकता की गुणात्मक दर डराने वाली है , इसीलिए बचाव के तौर पर एकमात्र उपाय इसकी पहुँच की कड़ियों को तोड़ना है इसीलिए देश भर में लॉक डाउन चल रहा है। ज्यादातर जनता ने अपने प्रधानमंत्री की उस भावुक अपील को सुना और माना जिसमे उन्होंने हाथ जोड़कर परिवार के सदस्य होने के नाते सभी से 21 दिनों तक घरों में रहने का निवेदन किया। ऐसे में सभी प्रकार के कारोबार ठप होने से दिहाड़ी मजदूर वर्ग व गरीब वर्ग के लिए भोजन पानी की समस्याएं होनी स्वाभाविक हैं यद्यपि प्रशासन की तरफ से हरसम्भव मदद की जा रही है किंतु इतनी बड़ी आबादी में सामाजिक प्राणी होने के नाते मानवता की सेवा भावना के साथ प्रशासन को दुष्कर कार्य मे सेवा भारती अयोध्या महानगर एवं इसके तमाम सेवा सहयोगी संगठन आरोग्य भारती, होम्योपैथी महासंघ, आदि ने गरीबों राहगीरों की मदद के लिए भोजन , भोजन के पैकेट, कच्ची भोजन सामग्री, व अन्य जरूरी सहायता उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रहे हैं भोजन या मास्क वितरण कार्य मे लगे स्वयंसेवक व आमजन को भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कराया जाता है। आरोग्य भारती व होम्योपैथी महासंघ ने चिकित्सकों के नाम व नम्बर सूचीबद्ध कर सार्वजनिक किये गए है जिनसे फोन पर आमजन दोपहर 11 से 2 व सायं 5-7 निशुल्क परामर्श व जानकारी ले सकते हैं, फोन पर सभी को हाथ धोने के प्रति सजग किया जाता है। बाहर से लाई गई सब्जियां, फल आदि को पहले ढ़ी घण्टे पानी मे डाल देना ठीक रहेगा।
डा. त्रिपाठी ने बताया गांवों में घर पर भी नीम की पत्ती को उबालकर उसमे, फिटकरी, व गुलाबजल डालकर घरेलू सैनिटाइजर बनाने सकते हैं। इस अवसर पर सेनेटाइजर व मास्क वितरण भी किया गया। डा उपेन्द्रमणि त्रिपाठी की सलाह है कि घर पर रहते हुए हम सकारात्मक चिंतन भजन, संवाद,ध्यान करें, जैसे ईश्वर में आस्था,अच्छे भविष्य का भरोसा, समय पर भोजन में विटामिन सी वाले फल जैसे दो चार संतरे, या हरी सब्जियां, टमाटर लेना चाहिए। घर मे रहते हुए बार बार चाय की जगह अदरक, सोंठ, काली मिर्च, हल्दी,तुलसी, गुड़ से बना गर्म पेय भी संक्रमण काल मे कफ प्रवृत्ति से बचाव में लाभकारी है। सर्दी जुकाम, बुखार, व सूखी खांसी, होने पर तुरन्त चिकित्सकीय जांच एवं परामर्श के बाद ही कोई दवा लेनी चाहिए, स्वयं से कोई दवा के दुष्परिणाम हो सकते हैं।
सेवा कार्यों के संचलन में मनोज, अनिल, आनंद, हरिश्चंद्र, डा उपेन्द्रमणि, विकल्प, श्यामजी, अनीता दुबे, रवि, अनीता, डा आभा, डा प्रेमचन्द्र, अतुल चतुर्वेदी,उदित पाण्डेय आदि सोसल डिस्टेंसिंग का मॉड्यूल अपनाते हुए सहयोग कर रहे हैं।
वन विभाग के श्रमिक सोशल डिस्टेंसिंग से करेंगे कार्य
मिल्कीपुर। लाकडाउन होने के बाद वन एवं वन्यजीव विभाग की सेवा को अनिवार्य सेवा मानते हुए कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु भारत सरकार द्वारा घोषित 21 दिवसीय लॉक डाउन डाउन से मुक्त रखने के संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार ने आदेश जारी किया है कि लॉक डाउन की अवधि में अनिवार्य सेवा से संबंधित विभागों को अपने विभागीय दायित्व के सुगमता पूर्वक निर्वहन करने के लिए लाक डाउन से मुक्त किया गया है। भारत सरकार गृह मंत्रालय के उपरोक्त संदर्भित पत्र में उल्लेखित अनिवार्य गाइडलाइन के बिंदु संख्या सी (एफ) में वन विभागों के स्टाफ को लॉक डाउन से विभिन्न राजकीय दायित्व व वनों की सुरक्षा हेतु मुक्त रखने के निर्देश दिए गए हैं जिसको लेकर कुमारगंज वन रेंज के अंतर्गत विभिन्न पौधशाला में एवं वृक्षारोपण में निराई, गुड़ाई ,सिंचाई ,बीज बोने, शिफ्टिंग आदि कार्यों हेतु कार्यरत श्रमिकों को लॉक डाउन से मुक्त रखने के अनुमति के लिए वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज अशोक कुमार श्रीवास्तव ने उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर से मांग की थी जिसमें उपजिलाधिकारी ने आदेशित कर दिया कि वन विभाग के कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए कार्य करेंगे कार्य में किसी प्रकार की व्यवधान पुलिस विभाग द्वारा नहीं किया जाएगा यह जानकारी वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज एसके श्रीवास्तव ने दी।