विनोद सिंह को कांग्रेस में शामिल कराने की योजना में जुटे निर्मल
रुदौली। फैजाबाद लोकसभा के लिए अभी बाकी पार्टिया जहाँ प्रत्याशियों के नाम पर मंथन में जुटी है वही सबसे पहले प्रत्याशी घोषित कर कांग्रेस ने बाजी मार लिया है। सूत्र बताते है कि जिले के एक बड़े समाजसेवी विनोद कुमार सिंह जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम जिले की राजनीति में भूचाल ला सकते है।
बता दें कि लगातार 11वर्षो से रुदौली क्षेत्र में अपनी समाज सेवा और उदारता के बल पर समाज के सभी आम खास लोगो मे अपनी विशेष पहचान रखने वाले समाजसेवी विनोद सिंह के पास युवा मतदाताओ की एक लंबी फौज है। बताया जाता है कि विनोद सिंह के लोगो मे पैठ का नतीजा यह है कि दो वर्ष पहले डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी के लिए जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से एक मोटरसाइकिल रैली निकाली थी ।श्री सिंह द्वारा निकाली गई उक्त रैली में लगभग पाँच हजार मोटरसाइकिल व हजारो की संख्या में लोग शामिल हुए जिसका आज भी रिकार्ड है ।सूत्रों की माने तो विनोद सिंह समाजसेवी और बड़े व्यवसायी के साथ ही कुशल राजनीतिक भी है। उनके ही राजनीत का कमाल था कि उन्होंने अपने छोटे भाई की पत्नी को फैजाबाद जैसे जिले का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बना कर अपनी राजनीति और कूटनीति का लोहा मनवा दिया था। बता दे कि रुदौली विधान सभा के प्रत्येक गांव में उनकी अपनी टीम है जिसमे हजारो युवा स्वयंसेवक के रूप में जुड़े है। प्रत्येक वर्ष दर्जनो गरीब लड़कियों की शादी हो या किसी भी व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी किसी के बच्चे की पढ़ाई हो या कोई असहाय सबके लिए रात दिन अपनी सेवा देने के लिए तैयार रहते है समाजसेवी विनोद सिंह। क्षेत्र के लोगो का कहना है कि चिकनगुनिया, डेंगू जैसे रोग के मरीजो का इलाज समाजसेवी ने अपने खर्चे से सरकारी अस्पताल नही सहारा जैसे बड़े निजी अस्पताल में करवाकर उनका दिल जीत लिया है। क्षेत्र के लोगो की मंशा है कि अगर श्री सिंह राजनीत में आ जाये और उन्हें सेवा का अवसर मिला तो वह रुदौली की जनता के लिए उतना कर सकते है जितना कि किसी ने सोचा भी नही होगा।
श्री सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के कयास जानकार इस लिए भी लगा रहे है क्योंकि लोकसभा प्रत्याशी डॉ निर्मल खत्री विनोद बाबू के सामाजिक और राजनैतिक सरोकारों को ध्यान में रखते हुए लगातार समपर्क में है। उम्मीद है कि डॉ खत्री श्री सिंह को कांग्रेस की ओर से पूर्वी यूपी की कमान संभाल रही प्रियंका गांधी वाड्रा के अयोध्या दौरे के समय कांग्रेस में की सदस्यता दिलवाकर विपक्षी पार्टियों को करारा झटका देकर चैकना चाहते है। अगर डॉ निर्मल खत्री श्री सिंह को कांग्रेस में शामिल कराने की अपनी योजना में कामयाब हो जाते है तो ये बीजेपी और सपा बसपा गठबंधन के लिए बड़ी मुसीबत हो सकती है।
समाजसेवी विनोद सिंह के कांग्रेस की राजनीति में आने से विपक्षी खेमे में भी हलचल मचना तय माना जा रहा है। जिले के राजनैतिक जानकारों का मानना है कि विनोद सिंह की कांग्रेस में एंट्री से एसपी-बीएसपी गठबंधन और बीजेपी दोनों को नुकसान हो सकता है। ऐसे में बीजेपी और एसपी-बीएसपी गठबंधन अपनी रणनीति फिर से तैयार करने को मजबूर होंगे। रुदौली के लोगो का कहना है कि श्री सिंह के राजनीति में आने का प्रभाव जिले की सभी पार्टियों पर दिखेगा। विनोद सिंह की कांग्रेस में एंट्री जिले के एसपी-बीएसपी गठबंधन को ही नहीं बीजेपी को भी प्रभावित कर सकती है।
रुदौली में बीजेपी की चिंता जहां अपर कास्ट वोट बैंक में सेंध लगने की है वही मुख्य चुनौती एसपी-बीएसपी के लिए मुस्लिम वोट बैंक को अपने साथ जोड़े रखना है। माना जा रहा है कि समाजसेवी विनोद सिंह के पार्टी में आने के बाद कांग्रेस मुस्लिम वोट को अपने साथ जोड़ने में सफल रही तो फिर यही ट्रेंड ब्राह्मण और एससी वोटों में भी दिख सकता है। बीजेपी की प्रमुख चिंता है कि ब्राह्मणों के वोट कांग्रेस के खाते में जा सकते हैं। जिले में ब्राह्मणों को पारंपरिक तौर पर बीजेपी का वोट बैंक माना जाता है। क्षेत्र में अपर कास्ट वोट बैंक न फिसले, इस चुनाव में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चिंता यही है। कुछ भी हो अगर समाजसेवी को कांग्रेस साधने में सफल हो जाती है तो फैजाबाद का चुनाव परिणाम बदलने से इनकार नही किया जा सकता है।