राहगीरों को वितरित किया भोजन
अयोध्या। अपनी सभ्यता व संस्कृति के साथ राष्ट्र की रक्षा के लिए सिंधु पति महाराजा दाहर सेन व उनकी पत्नी वीरांगना लाडी बाई तथा दोनों पुत्रियां सूर्य कुमारी व परमाल ने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए यह बातें उत्तर प्रदेश सिंधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी ने सिंधुपति महाराजा दाहर सेन के 1308 वे बलिदान दिवस के अवसर पर रामनगर कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम में कहीं इस मौके पर राह चलते लोगों को भोजन प्रसाद वितरण किया गया है प्रदेश अध्यक्ष ओमी ने कहा कि पूरी दुनिया के सिंधियों को विशेषकर युवाओं को सिंध के गौरवशाली इतिहास को जानने की आज जरूरत है शिवालय परिवार के महाराज गणेश राय ने इस मौके पर कहा की सिंधी समाज आज भी सिंध प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानता है। सिन्ध केवल जमीन का टुकडा नहीं है वह हमारी संस्कृति व पूर्वजों की विरासत भी है भक्त पहलाद सेवा समिति के अध्यक्ष राजकुमार मोटवानी ने कहा कि सिन्ध शब्द से ही हिन्द की उत्पति हुई है। दाहर सेन का इतिहास सरकारी पाठ्य पुस्तकों में शामिल होना चाहिए ताकि आज की युवा पीढ़ी को सिंध व दाहर के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानकारी हो सके इस मौके पर राजा हेमनानी, कन्हैया लाल सागर, गोविंद राम मध्यान ,द्वारकादास वाधवा, घनशाम माखीजा, ओमप्रकाश केवलरामानी, जयराम दास केवलरामानी, ठाकुर दास जसवानी, धीरज अदानी, जतिन राजपाल, शंकर खिलवानी ने दाहर सेन के जीवन पर चर्चा करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की