अयोध्या। हिन्दी संस्थान उत्तर प्रदेश सिन्धी भाषा में विशेष योगदान करने वाले वरिष्ठ पत्रकार अनुवादक ज्ञान प्रकाश टेकचंदानी सरल को सौहार्द पुरस्कार से नवाजेगा। हिन्दी संस्थान प्रशस्तिपत्र के अलावां दो लाख रूपये का नकद पुरस्कार भी प्रदान करेगा। सरल ज्ञाप्रटे की मातृ भाषा सिन्धी है और वे लम्बे अर्से से हिन्दी की सेवा पत्रकारिता और अनुवाद के माध्यम से कर रहे हैं। उनकी हिन्दी-सिन्धी की कुल प्रकाशित पुस्तकें 20 हैं तथा उन्होंने हिन्दी-सिन्धी के चार शब्दकोषों पर भी कार्य किया है। हिन्दी संस्थान जिनकी मातृ भाषा हिन्दी न हो और वे हिन्दी की सेवा कर रहे हों उन्हें सौहार्द पुरस्कार से सम्मानित करती है। श्री सरल 1978 से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय हैं।
सौहार्द पुरस्कार से नवाजे जायेंगे सरल ज्ञाप्रटे
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