संशोधन के बाद प्रार्थना मंडप की क्षमता एक साथ 20000 श्रद्धालुओं से बढ़कर 50,000 से ज्यादा की हो गई है
अयोध्या। भूमिपूजन और कार्यारंभ के पूर्व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगलवार को राम मंदिर मॉडल का संशोधित चित्र जारी किया है। 18 जुलाई को अयोध्या के सर्किट हाउस में आयोजित ट्रष्ट्र की दूसरी बैठक में प्रस्तावित मंदिर मॉडल के आकार और उचाई में बढ़ोतरी का निर्णय लिया था। विश्व हिंदू परिषद की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्म भूमि न्यास के लिए गुजरात अहमदाबाद के प्रसिद्ध शिल्पी चंद्रकांत सोमपुरा की ओर से जन्मभूमि पर नागर शैली में बनाए जाने वाले मंदिर का मॉडल तैयार कराया गया था। पूर्व में मंदिर का 268.5 गुणे 140 गुणे 128 फीट आकार रखा गया था। बाद में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने संत समाज की ओर से स्वीकृत राम जन्मभूमि न्यास के मंदिर मॉडल को तो नहीं बदला लेकिन इसके आकार में परिवर्तन कर दिया। आकार बड़ाकर 360 गुणे 235 गुणे 161 फीट कर दिया। श्री सोमपुरा समेंत उनके दोनों पुत्र निखिल और आशीष ने कड़ी मेहनत से श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर की नई डिजाइन का खाका तैयार कर लिया। संशोधन के बाद प्रार्थना मंडप की क्षमता एक साथ 20000 श्रद्धालुओं से बढ़कर 50,000 से ज्यादा की हो गई है। श्री राम जन्म भूमि पर बनने वाला समूचा मंदिर राजस्थान के गुलाबी पत्थर(पिंक स्टोन) से बनेगा और इसका विभिन्न हिस्स तराशे गए पत्थरों पर चित्रकारी से युक्त होगा। प्रथम तल के स्तंभ 16 फीट ऊंचे और दिव्तीय व तृतीय तल के 14-14 फिट के होंगे और प्रत्येक स्तंभ पर 16 चित्र अंकित किये जाएंगे।