-रथ यात्रा नेपाल से होते हुए कुल 27 राज्य के 15000 किमी की दूरी 60 दिनों में तय करेगी
अयोध्या। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में इस बार यूनाइटेड सोवियत की श्री रामदास मिशन विजयदशमी 5 अक्टूबर को अयोध्या से श्रीराम दिग्विजय रथयात्रा निकालेगी। यह रथ यात्रा पड़ोसी देश नेपाल से होते हुए कुल 27 राज्य के 15 हजार किलोमीटर की दूरी 60 दिनों में तय करेगी और गीता जयंती पर वापस अयोध्या लौट यात्रा का समापन होगा। यात्रा का उद्घाटन मंगलवार की शाम 4 बजे श्रीराम सत्संग भवन, संत तुलसीदास योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय परिसर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के हाथों होगा। जिसमें ट्रस्ट महासचिव चंपत राय विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।यह जानकारी देते हुए सोमवार को रथ यात्रा के संरक्षक महंत कमलनयन दास और सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि तैयारियां पूरी हो गई हैं।
आकर्षक राम मंदिर मॉडल रूपी रथ रामनगरी अयोध्या पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में मिशन और केएनएचए तथा हिंदू एैक्य वेदी केरल के संस्थापक जगतगुरु सत्यानंद सरस्वती, विश्व हिंदू परिषद और अखिल भारतीय संत समिति के सहयोग से वर्ष 2019 में रामेश्वरम से अयोध्या तक, वर्ष 2018 में अयोध्या से रामेश्वरम तक रामराज्य यात्रा और 1991 में उडुपी के मूकंबिका देवी मंदिर से कन्याकुमारी तक राम रथ यात्रा निकाली जा चुकी है।
भारतीय शिक्षा में रामायण तथा असली इतिहास को शामिल करने की मांग
-श्रीराम की दिग्विजय यात्रा के माध्यम से सरकार से इंडिया को भारत घोषित करने भारतीय शिक्षा में रामायण तथा असली इतिहास को शामिल करने की मांग की जाएगी। दिग्विजय यात्रा को अश्वमेघ यज्ञ की तर्ज पर विश्व कल्याण के लिए किया जा रहा है। विजयदशमी से गीता जयंती के बीच आयोजित इस रामराज्य रथ यात्रा के लिए समिति का गठन कर लिया गया है और तैयारियां शुरू हो गई हैं।