संजय राउत का ऐलान, पहले मंदिर फिर सरकार
अयोध्या। रामनगरी में शिवसेना के सांसद संजय राउत ने ऐलान किया कि और कहा कि पहले मंदिर फिर सरकार। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि शिवसेना राम के नामपर वोट नहीं मांगेगी। राम मंदिर मामले पर राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। भाजपा को चार साल दिया लेकिन इन चार सालों में कुछ नहीं किया अब ज्यादा इंतजार नहीं। अब सरकार कानून लाए और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे अयोध्या आ रहे हैं तो संदेश साफ है।संदेश सरकार को है संदेश हिंदू समाज को है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना ज्यादा इंतजार नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि अयोध्या के संतों महंतों से मुलाकात हुई है वे सभी उद्धव ठाकरे को आशीर्वाद देने 24 नवंबर को लक्ष्मण किला जरूर पहुंचेंगे।
शिवसेना के आह्वान पर गुरुवार को देश के अलग-अलग राज्यों से शिव सेना के कई हजार कार्यकर्ता अयोध्या में शिवसेना द्वारा प्रायोजित आशिर्वाद सम्मान समारोह में शामिल होने राम नगरी अयोध्या पहुंचे हैं। अयोध्या फैजाबाद में लगी सभी होर्डिंगो पर शिवसेना के बैनर चढ़ा दिये गये हैं आलम यह है कि अयोध्या फैजाबाद के सभी होटल गेस्ट हाउस और धर्मशाला में शिवसैनिकों ने कब्जा कर लिया है और किसी भी होटल और धर्मशाला में कोई भी रूम खाली नहीं है। वहीं मुंबई से भी गुरुवार को विशेष ट्रेन से हजारों की संख्या में शिव सैनिक अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं। जो शुक्रवार की देर रात तक अयोध्या पहुंच सकते हैं। इसके अलावा हजारों की तादात में शिव सैनिक इस समय धार्मिक नगरी अयोध्या में मौजूद है और मुख्य कार्यक्रम स्थल लक्ष्मण किला मंदिर के मैदान में व्यवस्थाओं में अपना सहयोग दे रहे हैं।
अयोध्या में 24 और 25 नवंबर को प्रस्तावित हिंदू संगठनों के कार्यक्रम में केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार के लिए बड़ी चुनौती इसलिए भी है। क्योंकि 25 नवंबर को विहिप द्वारा प्रायोजित विराट धर्म सभा कार्यक्रम कहीं ना कहीं भाजपा का समर्थन करने वाली और संघ द्वारा प्रायोजित है। लेकिन शिवसेना के कार्यक्रमों को लेकर सरकार की चिंता बढ़ गई है। तनाव इस बात को लेकर भी है कि हजारों की संख्या में जब शिवसैनिक अयोध्या की सड़कों पर होंगे तो आवेश में आकर वह कहीं कोई ऐसा कदम ना उठाएं जिससे अयोध्या का माहौल खराब हो। फिलहाल गुरूवार को शिवसैनिकों ने कई स्थानों से बाईक रैली निकालने का प्रयास किया जिसे पुलिस ने धारा 144 लागू होने का हवाला देकर नहीं निकलने दिया और शिवसेना का झण्डा लगाये बाइक सवारों को एक-एक कर जाने दिया गया।