-गौरक्षा के लिए संवैधानिक व्यवस्था एवं कानून बनाने की मांग की
अयोध्या। अयोध्या में रविवार को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के नेतृत्व में धर्म सभा का आयोजन किया गया। धर्मसभा में कई धर्म गुरुओं ने हिस्सा लिया। सभा में गौ रक्षा के लिए संवैधानिक व्यवस्था करने एवं कानून बनाने की मांग की गई। इस सभा में गौ-ध्वज स्थापना व भारत यात्रा की औपचारिक घोषणा के साथ शुरुआत हुई। इस देशव्यापी यात्रा के उद्घाटन समारोह में अयोध्या के जनमानस ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। भारी संख्या में माताओं बहनों सहित अयोध्यावासियों ने हिस्सा लिया। यात्रा में हनुमानगढ़ी की मूल ध्वजा को भी शामिल किया गया।
जिस देश में गौ माता पूजी जातीं वह देश दूसरा बड़ा गो मांस निर्यातक
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्म सभा में कहा कि हमारे देश में गाय को गौ माता के रूप में पूजा जाता है। मगर यह दुर्भाग्य है कि जिस देश में गाय की पूजा की जाती है वह दुनिया में गौ मांस का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। हम चाहेंगे की देश की सरकारें इन सब बातों पर गौर करें और गौ के सम्मान में धर्म के सम्मान में गायों की हत्या पर रोक लगाएं। हमारी यह यात्रा देश के अलग अलग अंचलों से होकर गुजरेगी जिसमें देश के सभी प्रमुख महंत जनमानस के साथ हिस्सा लेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर के निर्माण में जिन लोगों जे अपना बलिदान दिया जिन लोगों ने गोलिया खाई उनको वह सम्मान नहीं मिला जिनके वो हक़दार थे। उन्हें मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में नहीं बुलाया गया।इस धर्म सभा में हनुमान गढ़ी के महंत धरमदास, महंत दिलीप दस त्यागी, सीताराम चरणदास, अवधेष शरण, सहित हनुमान गढ़ी के कई नागा साधुओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के बाद मुकुंदानंद और संतोष दुबे ने भी गौ-ध्वज स्थापना भारत यात्रा को देश के जनमानस की यात्रा बताया और गायों के सम्मान में आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
अंतर्राष्ट्रीय रामायण प्रतिष्ठा महोत्सव से रामायण घर घर तक पंहुचेगी : डॉ वीपी सिंह
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय रामायण प्रतिष्ठा महोत्सव का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर डॉ वीपी सिंह और उनकी संस्था इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स क्राइम कंट्रोल काउंसिल के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय रामायण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम अयोध्या में बड़े ही भव्य तरीके से 27 और 28 सितंबर को किया जाने वाला है। कार्यक्रम में डॉ वीपी सिंह ने कहा कि यह बेहद खास है और इस से रामायण घर-घर तक पहुंचेगी यानी रामायण का संदेश, उसकी शिक्षाएं लोगों को न सिर्फ प्रेरित करेगी बल्कि लोगों तक भी पहुंचेगी।
डॉक्टर वीपी सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए पिछले 1 साल से वह लगातार तैयारी कर रहे हैं और आज उनका सपना अब बस पूरा होने ही वाला है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि आज शंकराचार्य जी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर शंकराचार्य के अलावा स्वामी हंस राज, गुरु मां कंचन गिरि, एडवोकेट आरवी मेहता, अनिल श्रीवास्तव, घनश्याम यादव, अजय दुबे, प्रमोद पांडेय, अजय क्रांतिकारी, दिनेश त्रिपाठी, स्नेहलता श्रीवास्तव, अनुज श्रीवास्तव सहित कई लोग उपस्थित हुए।
अनूप जलोटा, अनामिका अंबर भी करेंगी सहभागिता
डॉ वीपी सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश-विदेश से लोग अयोध्या में भाग लेने आ रहे हैं। साथ ही अनूप जलोटा, अनामिका अंबर जैन जैसी प्रख्यात कवित्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम को और भव्य बनाने के लिए भी बड़े-बड़े नेताओं राजनेताओं मंत्रियों को निमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि हम इस कार्यक्रम में अयोध्या वासियों से अपील करते हैं कि वह सभी बढ़-चढ़कर इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें।