अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान में तीन दिवसीय आयोजित हैकथान-2020 के दूसरे दिन शनिवार को बूट कैंप के बाद कुल 5 सदस्यों की सात टीम बनी गई जिनके मध्य प्रतियोगिता हुई। प्रथम टीम ने नारी सुरक्षा पर मोबाइल एप बनाया। इसमें किसी महिला पर आपात-कालीन परिस्थिति से निपटने के लिए एक बटन दबाते ही 100 मीटर के दायरे में उपस्थित एंड्राइड मोबाइल यूजर को टेक्स्ट सन्देश मिलेगा कि महिला को मदद की आवश्यकता है। सम्बंधित व्यक्ति का गूगल मैप से लोकेशन भी आ जायेगा। दूसरी टीम ने ट्रैप क्रिमिनल मोबाइल एप की मदद से अपराधी का स्थिति पता लगाया जा सकता है। इसमे कुछ हार्डवेयर भी प्रयोग किया गया है।वहीं तीसरी टीम द्वारा क्रिमिनल रिकॉर्ड मैनेजमेंट वेब् पेज बनाया गया। इसमे प्रत्येक अपराधी के डाटा को ऑनलाइन चेक किया जायेगा कि पूर्व में उसने क्या अपराध किया और कौन-कौन उसके साथ शामिल रहे। चतुर्थ टीम ने एंड्राएड एप के उपकरण से बालिका सुरक्षा पर हार्डवेयर की मदद से आवाज रिकॉर्ड के उपरांत स्पीच रिकग्निशन तकनीक से अपराधी को पकड़ेगा। पांचवी टीम द्वारा आटोमेटिक एक्सीडेंट डिवाइस बना रहे है जिसमें एक्सीडेंट के उपरांत व्यक्ति का लोकेशन, पुलिस, डॉक्टर, एम्बुलेंस, एवं उसके संबंधियों को मिल जाए। छठी टीम ने स्मार्ट कम्युनिकेशन बिट्वीन् पुलिस एंड सिटीजन पर आधारित वेब् पोर्टल पर कार्य किया है। जिसमें चैट बोर्ट की मदद से ओरिजनल कंप्लेन दर्ज हो जायेगी। सातवी टीम द्वारा पब्लिक पुलिस कम्युनिकेशन मोबाइल एप बनाया जा रहा जिसमे आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की मदद ली जा सकती है एवं आपात कालीन परिस्थिति मे पुलिस को बुलाया जा सके। आठवी टीम द्वारा मॉर्डन पोलिसिंग एप बनाया जा रहा है जिससे पोलिसिंग सिस्टम को अपग्रेड किया जा सके। कार्यक्रम के संयोजक इं0 अमितेश पंडित ने बताया कि प्रतिभागियों ने बढचढ कर भाग लिया है। अपने कार्य को मेहनत के साथ कर रहे है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र, डॉ0 सुधीर श्रीवास्तव, डॉ0 बृजेश भारद्वाज, इ0 पारितोष त्रिपाठी, इ0 महेश चौरसिया इ0 परिमल तिवारी, इं0 विनीत सिंह, इ0 अमित भाटी सहित कर्मचारी एवं छात्र-छात्राये उपस्थित रहे।
हैकथान के तहत सात टीमों के बींच हुई प्रतियोगिता
17
previous post