अयोध्या। स्ववित्तपोषित शिक्षकों को नियमित शिक्षकों की बात ही मूल्यांकन प्रायोगिक परीक्षा समेत अन्य कार्य में बराबर की भागीदारी मिलनी चाहिए। अनुदानित शिक्षकों का एकाधिकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कहना है डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय शिक्षक संघ के डॉ अखिलेश्वर चौबे का।
रविवार को वह शहर के नाका स्थित गणपति धर्मशाला में स्ववित्तपोषित शिक्षकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपना हक और अधिकार हासिल करने के लिए संगठन का मजबूत और सक्रिय होना जरूरी है ऐसे में सभी सांगठनिक मजबूती तथा सक्रियता के लिए जुट जाएं। बैठक में डॉ राजेश यादव ने अनुदानित शिक्षकों की ओर से प्रायोगिक व मौखिकी परीक्षाओं अनियमितताओं पर प्रकाश डाला तो डॉ आशुतोष पांडेय ने महाविद्यालय से विश्वविद्यालय स्तर तक प्राध्यापकों को सक्रिय करने पर विशेष बल दिया।
इस अवसर पर अमित झा,डॉ विनोद यादव,विजय मणि उपाध्याय, डॉ नीलमणि सिंह, विमल सिंह, डॉ घनश्याम यादव, डॉ धर्मेंद्र मिश्रा, वेद प्रकाश,डॉ गोपाल नंदन श्रीवास्तव, डॉ प्रभाकर पांडेय, डॉ दिवाकर आदि ने अपने विचार रखे।