रेलवे ट्रैक से गायब मिला 70 पेन्ड्रोल, रेल सुरक्षा के जिम्मेदार पर्दा डालने में जुटे
अयोध्या। फैजाबाद- लखनऊ रेल मार्ग सालारपुर रेलवे स्टेशन के गेट नम्बर 123 के पास बुधवार को एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा। किसी शरारती तत्व ने रेल लाइन की 70 पेन्ड्रोल गायब कर दी। इसकी सूचना ग्रामीण देशराज ने डायल 100 पर दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आयी। पुलिस ने जीआरपी फैजाबाद को इसकी सूचना दी। जीआरपी ने तत्काल रेल के अधिकारियों को जानकारी दी। स्वयं जीआरपी थानाध्यक्ष सूबेदार यादव मौके पर पहुंचे। घटना के बारे में स्टेशन मास्टर सालारपुर तरुन पाण्डेय को मैमो के जरिए दी गई। उस समय सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन उधर से गुजरने वाली थी। ट्रेन को तत्काल गेट से पहले ही रुकवाने की व्यवस्था की गई। स्टेशन मास्टर ने पीडब्ल्यूआई सोहावल अखिलेश गुप्ता को इसकी सूचना दी। पीडब्ल्यूआई सूचना मिलने के बाद रेल कर्मचारियों की टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां रेल लाइन से गायब की गई पेन्ड्रोल को दोबारा लगवाया। इस बीच सिंयालदह एक्सप्रेस ट्रेन मौके पर लगभग डेढ़ घंटा खड़ी रही। सुबह नौ बजे के बाद लाइन को फिटनेस देने के साथ ट्रेन को रवाना किया गया। समय से मिली इस सूचना ने एक बडे़ रेल हादसे को होने से बचा लिया। किन्तु इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ लोगों की आशंका है कि इसमें साजिश भी हो सकती है। घटना को लेकर रेल के अधिकारी अलग-अलग बयान बाजी करने में लगे हैं। जीआरपी थानाध्यक्ष तो पूरी घटना पर पर्दा डालते नजर आए। उनका कहना है कि दो-तीन पेन्ड्रोल ढीली हो गयी थी। उसे रेल कर्मचारियों ने ठोंक कर ठीक कर दिया। उधर, स्टेशन मास्टर सालारपुर को मिले मैमो में साफ कहा गया है कि 60 से 70 पेंड्रोल गायब पायी गई हैं। स्टेशन मास्टर ने इसे स्वीकार भी किया है। जबकि रेल के इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े अधिकारी कुछ अलग ही बयान दे रहे हैं। उनका कहना है कि 16 से 18 पेंड्रोल निकाल ली गई थी। यह गांव के बच्चों का काम हो सकता है। पीडब्ल्यूआई अखिलेश गुप्ता तो यह भी मानने के लिए तैयार नही हैं कि पेन्ड्रोल के निकलने से रेल हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह गांव के बच्चों की शरारत है। रेल विभाग के अधिकारी कुछ भी कहें किन्तु यह एक बड़ी साजिश साबित हो सकती है। जिस पर रेल सुरक्षा के जिम्मेदार पर्दा डालने में लगे हैं।साजिश साबित हो सकती है। जिस पर रेल सुरक्षा के जिम्मेदार पर्दा डालने में लगे हैं।